हम सभी जानते हैं कि वर्तमान युग डिजिटल युग है। आजकल हम बड़ी से बड़ी समस्याओं को घर बैठे डिजिटल उपकरणों के माध्यम से सुलझा लेते हैं। कोरोना संक्रमण की काल में जब सारी चीजें ठप हो गई थी और लोग अपने घर से नहीं निकल पा रहे थे। उस वक्त मोबाइल और ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से भारत और विश्व भर के लोगों ने काफी राहत पाई थी। चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर व्यापार का आज हर तरफ डिजिटल उपकरणों का बोलबाला है। इसी बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें मुफ्त मोबाइल या टेबलेट देने की योजना बनाई है। और इसकी मॉनिटरिंग के लिए एक पोर्टल भी तैयार किया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार की टैबलेट और स्मार्ट फोन वितरण योजना को धरातल पर उतारने के लिए राज्य विश्वविद्यालयों, उनसे संबद्ध महाविद्यालय, ITI व पालीटेक्निक संस्थानों आदि के लाभार्थियों का डेटा तैयार किया जा रहा है। शासन ने राज्य विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को पत्र भेजकर पूछा है कि क्या विश्वविद्यालय व संबद्ध महाविद्यालयों में पंजीकृत छात्र और छात्राओं का डेटा तय प्रारूप पर उपलब्ध है। यदि नहीं है तो कुलसचिव तत्काल इसे तैयार कराकर निदेशक उच्च शिक्षा विभाग प्रयागराज को भेजे।
सरकार की ओर से यह भी निर्देश दिए गए हैं कि तैयार कराए जाने वाले विवरण में अभ्यर्थी से संबंधित पूरी जानकारी तय प्रारूप पर दी जाए। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने इस योजना पर मुहर लगाई थी, इस संबंध में शासनादेश भी जारी हो चुका है, कुल 68 लाख से एक करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित होना है, उनमें उच्च शिक्षा संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की अनुमानित संख्या 50 लाख से अधिक है।