दिल्ली विधानसभा के एक दिन के विशेष सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कृषि कानून की कॉपी फाड़ दी और कहा कि दिल्ली ने आज सभी 3 कृषि कानूनों को खारिज कर दिया और केंद्रीय सरकार से अपील की कि वह इन काले कानूनों को वापस ले। 20 दिनों के विरोध के दौरान 20 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। इस आंदोलन में औसतन एक किसान प्रतिदिन शहीद हो रहा है। सरकार और कितने लोगों की जान लेगी।
ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਦਿੱਲੀ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ 'ਚ ਮੋਦੀ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕਿਸਾਨ ਵਿਰੋਧੀ ਕਾਲ਼ੇ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਦੇ ਖ਼ਿਲਾਫ ਮਤਾ ਪਾਇਆ। ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਨੇ ਖੁੱਦ ਆਪਣੇ ਹੱਥਾਂ ਨਾਲ਼ ਫਾੜੀਆਂ ਕਾਲ਼ੇ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਦੀਆਂ ਕਾਪੀਆਂ।#KejriwalAgainstFarmBills#FarmersBill pic.twitter.com/TLnewiNqfQ
— AAP Punjab (@AAPPunjab) December 17, 2020
केजरीवाल ने पूछा कि फार्म लॉ को महामारी के दौरान संसद में पारित करने की क्या जल्दी थी? यह पहली बार हुआ है कि राज्यसभा में मतदान के बिना 3 कानून पारित किए गए … मैं इस विधानसभा में 3 कानूनों को फाड़ रहा हूं और केंद्र से अपील कर रहा हूं की वे अंग्रेजों से बदतर न बनें।
विधान सभा में अपने भाषण के दौरान केजरीवाल ने कहा कि आज धरने में बैठे सभी किसान भगत सिंह बन गए है, वहीं सरकार का इस बिल के बारे में कहना है कि यह बिल किसानों के हित में हैं और सरकार कोशिश भी कर रही है कि इस बिल के बारे में किसानों को समझाया जाए।