दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल शायद समय की आहट को पहचान नहीं रहे हैं। उन्हें शायद ये ज्ञात नहीं है कि इसी तरह की छद्म राजनीति के चलते ही हम गुलाम हुए थे जैसी राजनीति आज चल रही है।मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस से परिवहन विभाग की 546 बसों को वापस माँगा है। ये बसें फिलहाल विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा किसान आंदोलन पर नजर बनाये रखने के लिए प्रयोग की जा रहीं हैं।दिल्ली में किसानों के आंदोलन को कई पार्टियों ने समर्थन दिया है जिसमे सपा, आरएलडी, बसपा, कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी… ये सभी पार्टियां लगातार किसान आंदोलन की आग पर हाथ सेंक रहीं हैं।
इसके अलावा विभाग ने DTC को निर्देश दिए हैं कि बिना सरकार की अनुमति के दिल्ली पुलिस को बसें नहीं दें। परिवहन विभाग ने DTC को निर्देश देकर दिल्ली पुलिस को मुहैया कराई गईं 576 बसें लौटाने के लिए कहा है। BJP कई बार आरोप लगा चुकी है दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल स्वयं अपने प्रदेश को संभालने में सक्षम नहीं हैं, और पूरे देश के किसानों के नेता बनकर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं।मुख्यमंत्री केजरीवाल के निर्देशों पर ही उन लोगों की लिस्टिंग की गयी है जिन्हे आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किया गया है, इस लिस्ट के जरिये आरोपियों के परिजनों को पता चलता रहेगा कि उनकी संतानें कहाँ हैं?एक तरफ विपक्षी पार्टियां कहती है आरोपियों को सजा दो वहीं दूसरी तरफ आरोपियों की ढाल बनने का काम करतीं हैं।