देश की राजधानी दिल्ली में संक्रमण के कारण जिस प्रकार के हालात उत्पन्न हुए हैं वे आज सभी के सामने हैं। संक्रमण के इस कठिन समय में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर सारी जिम्मेदारियां डाल कर अपने ऊपर लगे आरोपों से भागने की कोशिश की, तो खुद दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार के साथ-साथ दिल्ली सरकार को भी फटकार लगा दी। दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए हाईकोर्ट ने अपने एक बयान में कहा कि अगर आप दिल्ली नहीं संभाल पा रहे हैं तो हम केंद्र सरकार के हाथों में स्थिति दे सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर केंद्र पर हमलावर हो गई थी जबकि राज्य में ऑक्सीजन की सप्लाई करना राज्य सरकार का कार्य होता है ना कि केंद्र का।
इसी बीच आम आदमी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और हिंदूवादी नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की शिकायत की है।यह शिकायत कपिल मिश्रा ने मेल के जरिए दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को भेजी है। इस मेल में कपिल मिश्रा ने खुद को हिंदू इकोसिस्टम का फाउंडर बताते हुए लिखा है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की लापरवाही के कारण दिल्ली के अस्पतालों में सैकड़ों लोगों की मौत हुई है। कपिल मिश्रा ने लिखा जयपुर गोल्डन जैसे अस्पतालों को ऑक्सीजन की सख्त आवश्यकता थी लेकिन ऑक्सीजन के मार्ग को डाइवर्ट करके बड़ी लापरवाही का परिचय दिया गया।
कपिल मिश्रा ने अपनी शिकायत में ये भी कहा है कि आईनॉक्स और जयपुर गोल्डन अस्पताल, बत्रा अस्पताल और गंगाराम आदि द्वारा हाईकोर्ट में दिए स्टेटमेंट ये साफ है कि ऑक्सीजन की सप्लाई दिल्ली सरकार के गलत आदेशों और आपराधिक लापरवाही की वजह से बाधित हुई है।
कपिल मिश्रा ने यह शिकायत दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को मेल की है। उन्होंने कमिश्नर से तीन विषयों पर जांच करने का आग्रह किया है-
1- लापरवाही से हुई मौतें
2- विज्ञापन में भ्रष्टाचार
3- पीड़ितों को मुआवजा