एक तरफ पूरा विपक्ष देश की सरकार के खिलाफ सड़कों पर आ चुका है किसान आंदोलन के नाम पर लगातार सरकार पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भारत सरकार भी इन आरोपों का खंडन करके कभी पक्ष को करारा जवाब देने की कोशिश में लगी है। पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर गृहमंत्री अमित शाह और फिर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद अब भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोर्चा संभाल लिया है। निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को राज्यसभा में बजट 2021 पर विपक्ष के द्वारा उठाए जा रहे सवालों का जवाब दिया। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, ” हमारी योजनाएं गरीबों को लाभ पहुंचाने के लिए होती हैं ना कि किसी के दामाद को!” वित्त मंत्री ने कहा,”यह एक ऐसा बजट है जो स्पष्ट रूप से अनुभव, प्रशासनिक क्षमताओं और उस जोखिम को भी दर्शाता है जिसे पीएम ने अपने लंबे निर्वाचित कार्यकाल के दौरान- इस देश के सीएम और पीएम के रूप में- विकास, विकास और सुधारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर किया है।”
राज्यसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार की उपलब्धियों के बारे में भी चर्चा की। वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज, 8 करोड़ लोगों को मुफ्त में खाना बनाने वाली गैस उपलब्ध कराई गई है और 40 करोड़ लोगों, किसानों, महिलाओं, दिव्यांगों और गरीबों और जरूरतमंदों को सीधे नकद राशि दी गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष के द्वारा अपनाई जा रही नीतियों का विरोध भी किया। उन्होंने कहा, “विपक्ष में कुछ लोगों के लिए यह लगातार आदत बन गई है, इसके बावजूद कि हम गरीबों के लिए क्या कर रहे हैं और इस देश के गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए जो कदम उठाए गए है। उन पर आरोप लगाने के लिए एक झूठी कहानी बनाई गई है कि ये सरकार केवल क्रोनियों के लिए काम करती है।”
Watch Live: Smt @nsitharaman replies to the debate on the Union Budget 2021-22 in the Rajya Sabha https://t.co/zjNnNVnIRX
— NSitharamanOffice (@nsitharamanoffc) February 12, 2021