उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वास्तव में बीजेपी के कद्दावर नेता हैं और उनके जाने से कई स्थानों पर राजनीतिक परिवर्तन हो जाता है। इस बात को राजनीति के बड़े-बड़े विश्लेषक भी मानते हैं। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के जो सबसे प्रमुख नेता हैं उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जगत प्रकाश नड्डा के बाद अगर किसी का नाम आता है तो वह नाम है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का।योगी आदित्यनाथ ने आज केरल के कायमकुलम में अपनी पहली रैली को संबोधित किया।,उन्होंने कायमकुलम के हरिपद विधानसभा क्षेत्र की सभा में कहा कि देश के सबसे समृद्ध राज्यों में शामिल केरल को जिन बुलंदियों को छूना चाहिए था वो कहीं न कहीं पिछड़ गया है। आज इसका प्रमाण है कि कोविड प्रबंधन में केरल सरकार का विफल होना।
मुख्यमंत्री ने केरल की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि एलडीएफ तथा यूडीएफ ने सत्ता में आकर यहां परिवारवाद, भ्रष्टाचार व अराजकता को जन्म दिया। इसी कारण यहां पर लम्बे समय से जनता के हित में यहां कोई काम नहीं हुआ। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिर्फ भाजपा ही भ्रष्टाचार, अराजकता तथा परिवारवाद मुक्त सरकार देकर जनता को विकास की सही राह दिखाने में सक्षम है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद उसको पिछड़ा राज्य से विकास की राह पर दौडऩे वाला राज्य बनाया है। यह काम केरल में भी आसानी से संभव है।
भारतीय जनता पार्टी उन सभी राज्यों में अपनी पकड़ को मजबूत करना चाहती है जहां पर इस समय विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। एक तरफ ममता बनर्जी से सीधा संघर्ष करते हुए भाजपा विजयी होना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ असम में सरकार बनाकर प्रतिमान गढ़ना चाहती है। इसी कारण भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों में योगी आदित्यनाथ का नाम शामिल किया गया है।इससे पहले भी विधानसभा चुनाव तथा नगर निकाय चुनाव में सीएम योगी आदित्यनाथ तमिलनाडु, केरल तथा हैदराबाद में चुनावी सभा तथा रोड शो कर चुके हैं। और इनमें से कई स्थानों पर भारतीय जनता पार्टी को बड़ी विजय भी मिली थी।