अगर भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाती है तो पश्चिम बंगाल का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? यह सवाल वर्तमान में पूरे देश के लोग तथा पश्चिम बंगाल की आवाज पूछ रही है। भारत के गृह मंत्री अमित शाह कई बार यह बात कह चुके हैं कि अगला मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल की भूमि से ही होगा किसी भी अन्य प्रदेश के व्यक्ति को वहां का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का बड़ा बयान आया है उसमें उन्होंने बताया है कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा और उसका बैकग्राउंड क्या होगा? दिलीप घोष ने कहा है कि अगला मुख्यमंत्री वह बनेगा जो चुनाव नहीं लड़ा होगा! आपको बता दें दिलीप घोष भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार हैं जिन्होंने अभी चुनाव नहीं लड़ा है।
घोष ने कहा, ‘यह फैसला पार्टी करेगी लेकिन जरूरी नहीं कि किसी विधायक को मुख्यमंत्री बनाया जाए… जब ममता जी मुख्यमंत्री बनी थीं तब वह विधायक नहीं थीं।’ आपको बता दें साल 2011 में जब ममता बनर्जी ने लेफ्ट फ्रंट की सरकार को शिकस्त दी थी तब वह लोकसभा सांसद थीं। चुनाव बाद वह भवानीपुर सीट से लड़ीं। उस सीट पर उपचुनाव होना था।
घोष ने कहा, ‘पहले चरण के मतदान के बाद सिर्फ बीजेपी ही अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। तृणमूल कांग्रेस और उसके नेता परेशान हैं। जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ेगा तृणमूल कार्यकर्ताओं को अपनी हार का एहसास होता जाएगा।’ सभी चुनावी अटकलों के बाद अब क्यों माना जा रहा है कि अगर भारतीय जनता पार्टी विजय हुई तो दिलीप घोष को पश्चिम बंगाल का मुख्यमंत्री बनाया जाता है। क्योंकि दिलीप बोल भाजपा के कद्दावर नेता हैं और मिदनापुर से सांसद भी हैं।
प्रधानमंत्री ने भी की थी दिलीप की तारीफ
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक रैली के दौरान दिलीप घोष की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था, ‘मैं निश्चिंत हूं कि बंगाल में हमारी सरकार आने जा रही है। यह गर्व की बात है कि हमारे पास दिलीप घोष जैसे नेता हैं। दिलीप घोष न चैन से सोए हैं और न दीदी की धमकियों से डरे हैं। उन पर अनेक हमले हुए हैं। मौत के घाट उतारने की कोशिश हुई लेकिन वह बंगाल के उज्ज्वल भविष्य का प्रण लेकर चल पड़े और आज पूरे बंगाल में नई ऊर्जा भर रहे हैं।’