जैसे-जैसे बिहार चुनाव पास आ रहा है, वैसे-वैसे बिहार में राजनीतिक हलचल बढ़ती जा रही है। बिहार चुनाव से पहले यह माना जा रहा है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और एनडीए के पूर्व सहयोगी जीतन राम मांझी नीतीश कुमार के साथ दोबारा एनडीए गठबंधन में वापस आ सकते हैं। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन को तगड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि जीतन राम मांझी पिछले कई दिनों से महागठबंधन से नाराज चल रहे हैं और जीतन राम मांझी एनडीए में शामिल होने की घोषणा इस महीने में कर सकते हैं। यदि जीतन राम मांझी एनडीए गठबंधन में वापस आए तो जेडीयू मांझी को 7 से 9 सीटें दे सकती है।
जीतन राम मांझी को एनडीए में वापस लेने का एक प्रमुख कारण यह भी है कि रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान लगातार एनडीए गठबंधन को धमकियां दे रहे हैं और उनके बयानों से ऐसा लग रहा है कि किसी भी वक्त में नीतीश कुमार से समर्थन वापस ले सकते हैं। क्योंकि रामविलास पासवान और चिराग पासवान दलित चेहरा हैं इसीलिए उनके विकल्प के रूप में जीतन राम मांझी को एनडीए गठबंधन में शामिल किया जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि चिराग पासवान के बयानों से जनता दल यूनाइटेड काफी असहज है और अब शायद चिराग पासवान और नीतीश कुमार की रास्ते अलग अलग हो जाएंगे।
जीतन राम मांझी ने एक बार फिर नीतीश कुमार की तारीफ की है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शान में कसीदे पढ़ते हुए एक ट्वीट किया और उसमें लिखा, “नियोजित शिक्षकों के पक्ष में दिए जा रहे फैसलों का हम स्वागत करते हैं। आपसे आग्रह है कि राष्ट्रहित में नियोजित शिक्षकों का समान काम के बदले समान वेतन सुनिश्चित करें। हम आपके साथ हैं।”