एक लंबे समय के बाद राजनीति में कुछ अच्छे चित्र दिखाई दे रहे हैं। अमेठी के पूर्व सांसद राहुल गांधी और अमेठी की वर्तमान सांसद स्मृति ईरानी के द्वारा कोरोना संक्रमण के दौरान लगातार अपनी जनता की सुविधाओं के लिए काम किए गए हैं। दोनों नेताओं के बीच इस बात की होड़ लग गई है कि कौन सा नेता अपनी जनता की ज्यादा मदद कर पाएगा? केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी लगातार हर महीने कम से कम 2 बार अमेठी में जाती हैं और अपने लोगों से मिलती हैं।2019 में लोकसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद पूर्व सांसद राहुल गांधी एक बार भी अमेठी नहीं गए हैं लेकिन उसे फोन कॉल्स के जरिए अमेठी के लोगों का हाल पूछते रहते हैं।
पूर्व सांसद राहुल गांधी के द्वारा 10000 लोगों को राशन,मास्क तथा सैनिटाइजर बांटे गए हैं।संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान पूर्व सांसद ने 20 ऑक्सीजन सिलेंडर और 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी अपनी जनता के लिए भेजे थे। 10,000 मेडिसिन किट तथा एक टैंकर सैनिटाइजर का पूर्व सांसद राहुल गांधी के द्वारा भेजा गया था। वहीं दूसरी तरफ अमेठी की वर्तमान सांसद स्मृति ईरानी के द्वारा अमेठी के लगभग 15000 लोगों को राशन उपलब्ध कराया गया।42 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए। 1.85 लाख मास्क का वितरण भी स्मृति ईरानी के द्वारा अपनी जनता के बीच किया गया।स्मृति ईरानी के द्वारा अमेठी की जनता को ऑक्सीजन संकट से बचाने के लिए एक ऑक्सीजन प्लांट भी लगवाया है।
स्मृति ईरानी के निजी सचिव विजय गुप्ता ने बताया कि सांसद ने अमेठी के सभी लोगों की मदद करने का काम किया है।ऑक्सीजन संकट से जूझ रहे लोगों तक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तथा ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाए गए हैं।सफाई कर्मचारियों को 4000 मास्क और 4000 साबुन भिजवाने का काम भी सांसद के द्वारा किया गया है।