भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जल जीवन मिशन के मोबाइल ऐप और राष्ट्रीय जल जीवन कोष को लॉन्च किया। इस दौरान उन्होंने ग्राम पंचायतों और पानी समितियों से भी वर्चुअली संवाद भी किया। उन्होंने मसूरी शहर के निकटवर्ती गांव क्यारकुली की ग्राम प्रधान कौशल्या रावत से पीएम मोदी ने संवाद कर पानी की समस्या और उसके हल पर विस्तार से बात की। कौशल्या रावत से करीब पांच मिनट 13 सैकेंड जल जीवन मिशन के तहत किए गए कार्यों पर विचार रखे। पीएम ने कहा कि ‘पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी’ कभी भी पहाड़ के काम नहीं आती है, लेकिन आज पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के ही काम आ रही है। ग्राम पंचायताें के प्रयासों की बदौलत अब पहाड़ी क्षेत्रों में पानी की समस्या दूर होती जा रही है। जल जीवन मिशन के तहत ‘हर घर नल’ योजना के तहत पहाड़ी क्षेत्रों में दूर-दराज के गावों में भी पानी पहुंचाया जा रहा है।
Interacting with Gram Panchayats and Pani Samitis across India. https://t.co/Mp3HemaAZD
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि पर्वतीय जिलों के गांवों में होम स्टे खुलने के बाद पर्यटकों की संख्या में इजाफा एक सराहनीय काम है। उन्होंने कहा कि इससे गांवों से पलायन पर भी रोक लगाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने ग्राम क्यारकुली में हुए कोविड टीकाकरण को लेकर भी जानकारी ली, जिस पर ग्राम प्रधान कौशल्या रावत ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत में शतप्रतिशत टीकाकरण हो गया है।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत 2014 से पहले के पांच वर्षों में जितनी मदद सरकार ने बहनों के लिए भेजी, बीते सात वर्षों में उसमें लगभग 13 गुना बढ़ोतरी की गई है।
लगभग पौने चार लाख करोड़ रुपये का ऋण भी स्वयं सहायता समूह की माताओं-बहनों को उपलब्ध कराया गया है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/Sp1CB4SPu6
— BJP (@BJP4India) October 2, 2021
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय जल जीवन कोष के तहत ग्रामीण इलाकों में घरों, स्कूलों व आंगनवाड़ी केंद्रों पर जल आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाएगी और नल लगवाए जाएंगे। इस कोष में कोई भी व्यक्ति, संस्थान, कंपनी व एनजीओ दान कर सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा है कि दो अक्टूबर को 11 बजे वे जल शक्ति और ग्राम विकास के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वे ग्राम पंचायतों और पानी समितियों से वर्चुअली संवाद कर उन्हें पानी के प्रति जागरूक करेंगे और इस मिशन के फायदे बताएंगे। साथ ही जल जीवन मिशन एप और राष्ट्रीय जल जीवन कोष को भी लॉन्च किया जाएगा।
लेकिन बहुत कम ही लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि आखिर इन लोगों को हर रोज किसी नदी या तालाब तक क्यों जाना पड़ता है, आखिर क्यों नहीं पानी इन लोगों तक पहुंचता?
मैं समझता हूं, जिन लोगों पर लंबे समय तक नीति-निर्धारण की जिम्मेदारी थी, उन्हें ये सवाल खुद से जरूर पूछना चाहिए था pic.twitter.com/KBwNEtBBnz
— BJP (@BJP4India) October 2, 2021