भारत के केंद्रीय रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक Vinayak Damodar Savarkar ने भारत को मजबूत रक्षा और राजनयिक सिद्धांत के साथ प्रस्तुत किया था। दिल्ली में सावरकर पर एक किताब के विमोचन के मौके पर रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि मार्क्सवादी और लेनिनवादी विचारधाराओं का पालन करने वाले लोगों ने सावरकर पर फासीवादी और हिंदुत्व के समर्थक होने का आरोप लगाया। उन्होंने विनायक दामोदर सावरकर को आजाद भारत का पहला रक्षा विशेषज्ञ भी बताया।
शेर से की Veer Savarkar की तुलना
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने Veer Savarkar को शेर बताया। उन्होंने कहा कि जब तक शेर अपनी कहानी खुद नहीं कहता, तब तक शिकारी महान बना रहता है। उन्होंने कहा कि देश Veer Savarkar के महान व्यक्तित्व व देश भक्ति से लंबे समय तक अपरचित रहा। उन्होंने हेय दृष्टि से देखना न्याय संगत नहीं है। उन्हें किसी भी विचारधारा के चश्मे से देख कर उनको अपमानित करने वालों को माफ नहीं किया जा सकता है। Veer Savarkar महानायक थे, हैं और रहेंगे। राजनाथ सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी का उल्लेख करते हुए कहा कि वाजपेयी ने सावरकर की सही व्याख्या की थी।
मुझे प्रसन्नता है पिछले कुछ वर्षों मे वीर सावरकर के जीवन पर कुछ लोगों ने बहुत मेहनत से शोध किया, एक ईमानदार विश्लेषण किया, जिसका नतीजा है कि आज वीर सावरकर के जीवन पर कुछ अच्छी और शोधपरक किताबें उपलब्ध हो पाई हैं।
यह किताब भी इस श्रंखला में एक नई कड़ी बनेगी।— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 12, 2021
उन्हें बदनाम करने का अभियान चलाया गया: रक्षा मंत्री
उन्होंने कहा, ‘अन्य देशों के साथ भारत के संबंध इस बात पर निर्भर होने चाहिए कि वे हमारी सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों के लिए कितने अनुकूल हैं। वह स्पष्ट थे कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दूसरे देश में किस तरह की सरकार थी। कोई भी देश तब तक दोस्त रहेगा जब तक यह हमारे हितों के अनुकूल रहेगा।” राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिए एक अभियान चलाया गया था। उन्होंने कहा, “वह एक स्वतंत्रता सेनानी थे और इसके बारे में कोई दो राय नहीं है। उसे अन्यथा चित्रित करना क्षम्य नहीं है।”
प्रखर स्वतंत्रता सेनानी, प्रबल राष्ट्रवादी एवं विचारक वीर सावरकर के जीवन पर श्री उदय माहूरकर एवं श्री चिरायु पंडित द्वारा लिखी एक पुस्तक के विमोचन समारोह में सम्मिलित हुआ। मैं लेखक-द्वय को पुस्तक प्रकाशन के लिए हार्दिक बधाई और अपनी शुभकामनाएं देता हूं। pic.twitter.com/aEkCE0XeCE
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 12, 2021