लगातार क़ृषि अधिनियमों के विरोध में पंजाब और हरियाणा से आवाजें उठती सुनाई दे रही हैं। जिसका सबसे ज्यादा फायदा कांग्रेस उठाने की फिराक में है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी अब मैदान में उतरने को तैयार हैं। यह बताया जा रहा है कि अगले 2 से 3 दिन में पंजाब में अपनी ट्रैक्टर रैली का शुभारंभ करेंगे और यह रैली पंजाब से होती हुई हरियाणा में प्रवेश करेगी। उनकी यात्रा को लेकर दिल्ली के सीनियर नेता भी बैठक कर रहे हैं। लेकिन उधर हरियाणा के गृह मंत्री ने कहा है कि राहुल गांधी की इस यात्रा को हरियाणा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
इससे यहां का माहौल खराब हो सकता है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी हाथ में पेट्रोल की केन लेकर घर से निकलते हैं, जहां भी धुआँ दिखाई देता है, वहां आग लगा देते हैं ! उनकी यात्रा से हरियाणा का माहौल बिगड़ सकता है, इसीलिए उनकी यह यात्रा हरियाणा में प्रवेश नहीं कर सकेगी। हरियाणा के किसान की समस्या हम ही सुनेंगे। उनके नाम पर किसी को राजनीति नहीं करने देंगे। राहुल की यात्रा को हरियाणा के बॉर्डर पर रोक दिया जाएगा। किसी भी सूरत में प्रदेश की स्थिति खराब नहीं होने देंगे। पंजाब से प्रायोजित बाइक रैली को पहले भी हरियाणा में प्रवेश नहीं मिला था।
केंद्र सरकार के इन तीनों अधिनियम के खिलाफ 20 सितंबर को यूथ कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने कानून की धज्जियां उड़ाते हुए राष्ट्रपति भवन के सामने मान सिंह चौक पर एक ट्रैक्टर को भी जला दिया था! सूत्रों के अनुसार यह पता चला था कि उसी ट्रैक्टर को कुछ दिनों पहले अंबाला में भी जलाया गया था। इस पूरे मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लगातार कांग्रेस पार्टी किसान, किसान संगठनों और जनता के बीच जाकर के प्रचार करने में लग चुकी है यह तीनों अधिनियम किसानों के विरोधी हैं। इससे एमएसपी को समाप्त किया जाएगा। इससे मंडियों को समाप्त कर दिया जाएगा। लेकिन वहीं भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि कांग्रेस केवल अपनी गंदी राजनीति कर रही है वास्तव में यह तीनों अधिनियम किसानों के लिए वरदान साबित होंगे!
Image Source: Screengrab from video tweeted by @RahulGandhi