बांग्लादेश में नवरात्रि के दिन हिंदुओं के दुर्गा पंडालों पर जो हमला हुआ उस ने यह सिद्ध कर दिया कि पाकिस्तान की तरह बांग्लादेश में हिंदुओं का शोषण किया जा रहा है उन पर अत्याचार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि बांग्लादेश में बढ़ती सांप्रदायिक हिंसा बेहद चिंताजनक है। धार्मिक उत्पीड़न से पलायन कर रहे बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा और पुनर्वास के लिए CAA (Citizenship Amendment Act) में संशोधन किया जाना चाहिए। भारत को बांग्लादेशी इस्लामवादियों के साथ भारतीय मुसलमानों की बराबरी करने के किसी भी सांप्रदायिक प्रयास को अस्वीकार और विफल करना चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बांग्लादेश में हिंदुओं के हालात पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा समारोह पर हमला, इस्कॉन मंदिर पर हमला, बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के घरों पर हमले हो रहे हैं और भारत सरकार की ओर से चिंता का एक शब्द भी नहीं सुनाई पड़ा है। कहां है बहुचर्चित CAA? इसके अलावा हम आपको यह भी बता दें कि अमेरिका ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की निंदा की है। अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘धार्मिक स्वतंत्रता और विश्वास मानव अधिकार है। दुनिया के हर व्यक्ति को अपनी धार्मिक पहचान और विश्वास की परवाह किए बगैर, सुरक्षित महसूस करने और अपने त्योहारों को मनाना चाहिए!’ उन्होंने कहा, ‘विदेश विभाग बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों की निंदा करता है।’