कांग्रेस पार्टी में अंतरिम अध्यक्ष को लेकर हुए विवाद के बाद, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने अपने ऊपर लगे कई गंभीर आरोपों का जवाब देते हुए कहा था कि मुझे कुछ नहीं चाहिए। मुझे प्रधानमंत्री नही बनना है लेकिन अगर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनना है तो पार्टी के प्रमुख पदों पर चुनाव कराने होंगे। इसके बाद कांग्रेस नेता एम शशिधर रेड्डी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और उनके 23 दोस्तों में से कुछ पर हमला किया है। न्यूज एजेंसी एआई से बात करते हुए एम शशिधर रेड्डी ने कहा, “जब मैं 2011 में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) का उपाध्यक्ष था और आजाद स्वास्थ्य मंत्री थे, मैंने जापानी इंसेफेलाइटिस और एईएस के कारण पीड़ित को लेकर 2 महीने तक उनसे मिलने की कोशिश की। वहां हर साल सैकड़ों बच्चे मर रहे थे।”
रेडी में गुलाम नबी आजाद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “आजाद ने उस समय यूपी में इसे मुद्दा क्यों नहीं बनाया? आज हम सभी कह सकते हैं कि न तो आजाद और न ही उनके कुछ दोस्त राहुल गांधी को एक मजबूत नेता के रूप में उभरने देना चाहेंगे।”
इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि अंत में गोरखपुर के लगभग 500 लोगों ने खून से पत्र लिखकर प्रधान मंत्री, राष्ट्रपति, राहुल गांधी, और गुलाम नबी आजाद भेजा। सरकार को इस बीमारी के लिए एक राष्ट्रीय कार्यक्रम को मंजूरी देने के लिए राजी किया गया था। दुर्भाग्य से, इस पर बात यूपी में चुनावों से पहले या उसके दौरान बात नहीं की गई। राहुल गांधी ने इन चुनावों के दौरान जमकर प्रचार किया, लेकिन यह मुद्दा उस तरीके से उजागर नहीं हुआ, जिस तरह से हो सकता था। उनका कहना है कि यही प्रमुख कारण था जिसके कारण सपा सत्ता में आयी।