दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली को विधानसभा मे सत्र चलने के दौरान तीनों कृषि कानून बिल की प्रतियां फाड़ दी। आम आदमी पार्टी कृषि बिल विधायक के खिलाफ है, नैतिक रूप से विधानसभा में लोकतांत्रिक तरीके से आज किए गए कानून की प्रतियां फाड़ना बिल्कुल गलत लेकिन सीएम केजरीवाल अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए इस स्टंट पर भी उतर आए हैं। सन 2013 राहुल गांधी ने भी किसी कानून की प्रतियां फाड़ दिए थे।
जिसके बाद उन्होंने कहा था कि ऐसा करने का उन्हें अफसोस है। सीएम केजरीवाल के इस कार्य की बीजेपी लगातार आलोचना कर रही है।
दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख ने विधानसभा में कृषि कानूनों की प्रतियों को फाड़कर संवैधानिक गरिमा को “नौटंकी” में बदल दिया।
गुरुवार को विधानसभा में कृषि बिल बिल के विरोध में बोलते हुए कहा कि वह किसानों को धोखा नहीं दे सकते इसके बाद सीएम ने कृषि बिल को हाथ में उठाया और कहां है ऐसे बिल को तो मैं… फिर वह कृषि बिल को फाड़ देते हैं।
दिल्ली बीजेपी ने इसे आड़े हाथों लेते हुए पंजाब चुनाव से जोड़कर आम आदमी पार्टी का यह नाटकीय स्टंट बताया आदेश गुप्ता ने स्पष्ट रूप से कहा कि कृषि कानूनों का केजरीवाल का विरोध सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट है। जब उन्हें पता चला कि पंजाब के किसानों का एक वर्ग नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहा है, तो राज्य में राजनीतिक जमीन बचाने के लिए, उन्होंने इसका विरोध करने का नाटक करना शुरू कर दिया।’’