क्रिकेट में बनाना चाहते हैं करियर, तो क्रिकेटिंग ही नहीं कोचिंग भी है बेहतर विकल्प

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क्रिकेट को विश्व के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक माना जाता है। इस खेल के दीवाने दुनिया के कोने-कोने में बसे हुए हैं। भारत में तो इस खेल को धर्म की तरह पूजा जाता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विराट कोहली (Virat Kohli), महेंद्र सिंह धोनी(M.S. Dhoni) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) जैसे खिलाड़ियों को देखकर आज कई युवा भारतीय टीम (Indian Team) के लिए क्रिकेट (Cricket) खेलना चाहते हैं। लेकिन इस खेल के गुणों को सीखने के लिए एक ऐसे कोच की जरूरत होती है जो एक खिलाड़ी को बेहतरीन क्रिकेटर बनने में मदद कर सके। ऐसे में एक अच्छे और दमदार क्रिकेटर बनने के लिए अच्छे स्कूल और कोच का चुनाव करना बेहद जरूरी है। 

क्रिकेट (Cricket) का खेल दिखने में जितना आसान लगता है, उससे कहीं ज्यादा मुश्किल काम इस खेल में महारत हासिल करना है। एक खिलाड़ी क्रिकेटर तो बन जाता है लेकिन अपने खेल में निरंतरता और सुधार के लिए प्रत्येक खिलाड़ी को कोच की जरूरत पड़ती है। जिस तरह से इस खेल के प्रति युवाओं की रूचि बढ़ रही है उसे देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि क्रिकेट कोच बनना आज के समय में करियर का एक बेहतर विकल्प बन चुका है। इस फील्ड को चुनकर आप राष्ट्रीय स्तर तक भी खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को निखारने का काम कर सकते हैं। अगर आप भी अपने करियर को लेकर आश्वस्त नहीं हैं तो क्रिकेट कोच (Cricket Coach) का प्रशिक्षण आपके लिए अच्छा विकल्प होगा।

क्यों जरूरी होती है क्रिकेट कोचिंग

किसी भी खेल में निपुण होने के लिए उस खेल से जुड़े एक ऐसे शख्स की जरूरत होती है जिसे उस खेल में महारत हासिल हो। ऐसे में कोच की भूमिका सबसे ज्यादा अहम हो जाती है। एक मज़बूत क्रिकेटर बनने के लिए भी खिलाड़ी को एक बढ़िया मास्टर की जरूरत होती है, इसी मास्टर को कोच कहा जाता है। क्रिकेट (Cricket) की कोचिंग (Coaching) आपको हर स्तर पर खुद को साबित करने में बेहतर बनाती है। फिर चाहे शारीरिक स्तर की बात हो या फिर मानसिक स्तर की, कोचिंग के जरिए ही आप इस खेल में पारंगत हो पाएंगे।

घरेलू, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आपको जितने भी क्रिकेटर्स दिखाई देंगे, उनकी कामयाबी के पीछे कोच की काफी अहम भूमिका रहती है। कुछ खिलाड़ी अपने करियर के शुरुआती दिनों में बेहतर कोचिंग के लिए पर्सनल कोच भी हायर करते हैं। जिसके बाद कोचिंग के जरिए ही एक खिलाड़ी का क्रिकेटर बनने का सफर शुरु होता है।

कोर्स के लिए जरूरी योग्यता

अगर आप क्रिकेट कोच बनना चाहते हैं तो आपके पास सिर्फ इस खेल से जुड़ी जानकारी ही नहीं बल्कि कुछ योग्यता का होना भी काफी जरूरी है। इस कोर्स को करने के लिए आपको 12वीं पास होना जरूरी है। 12वीं पास करने के बाद आप किसी भी स्ट्रीम के साथ इस को्र्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इस कोर्स की शुरुआत डिग्री और सर्टिफिकेशन कोर्सेस के साथ होती है। इसके अलावा अगर आपको क्रिकेट (Cricket) कोचिंग में करियर बनाना है तो इस खेल की हर उस चीज को समझना होगा जो आपको कोच बनने में सक्षम बनाती है।

कोर्स की अवधि और फीस

क्रिकेट कोच बनने के लिए आप लेवल के हिसाब से कोर्स का चयन कर सकते हैं। शुरुआती तौर पर आप बच्चों को कोचिंग देने के लिए लेवल 1 का सर्टिफिकेशन कोर्स चुन सकते हैं। इसकी अवधि एक साल की होती है। इसके बाद आप लेवल 2 और लेवल 3 के साथ युवाओं और अनुभवी क्रिकेटर्स को कोचिंग दे सकते हैं। इन सभी कोर्सेस की ट्रेनिंग मोड्यूल के साथ होती है। हर हफ्ते कुछ घंटो के तहत क्रिकेट कोचिंग का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा आप फिजिकल एजुकेशन में बैचलर डिग्री हासिल करने के बाद भी क्रिकेट कोचिंग की फील्ड को चुन सकते हैं।

अगर आप क्रिकेट कोचिंग में करियर बनाने के बारे में सोच रहें हैं तो इस कोर्स की फीस आपके बजट में है। लेवल 1 की फीस 50 हजार से 70 हजार के बीच है, जबकि लेवल 2 और लेवल 3 की फीस भी 1 लाख रुपये तक की होती है।

कोर्स करने के बाद क्या करें

क्रिकेट (Cricket) के कोच बनने का कोर्स करने के बाद आपके पास कई तरह के विकल्प मौजूद रहते हैं। आईए आपको उन विकल्पों के बारे में बताते हैं-

प्राईवेट विद्यालयों में करें अप्लाई

आज के समय में हर निजी स्कूल क्रिकेट की लोकप्रियात को देखते हुए इस खेल को अपने विद्यालयों से जोड़ रहा है। खेल की दुनिया में खुद को अव्वल बनाने के लिए इन स्कूलों को कोच की आवश्यकता रहती है। इस कोर्स को करने के बाद आप प्राईवेट स्कूल्स में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

राष्ट्रीय टीम को दे सकते हैं कोचिंग

इस फील्ड में अनुभव हासिल करने के बाद आप खुद को राष्ट्रीय स्तर तक भी पहुंचा सकते हैं। हर राज्य की अपनी खुद की एक क्रिकेट टीम है, जिनके लिए उन्हें ढेर सारे कोचेस की जरूरत पड़ती है। इन टीमों के साथ बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग के लिए अलग-अलग कोच मौजूद रहते हैं।

क्लब क्रिकेट के साथ खुद को जोड़ें

कई युवा क्रिकेटर्स क्लब क्रिकेट के साथ अपने करियर की शुरुआत करते हैं। इन क्लब्स में भी आप कोचिंग का कोर्स पूरा करने के बाद अप्लाई कर सकते हैं। हर राज्य में क्लब क्रिकेट की डिमांड काफी ज्यादा रहती है।

ऑनलाइन क्रिकेट कोचिंग भी कर सकते हैं शुरु

क्रिकेट कोचिंग का कार्स करने के बाद आपके पास सबसे बेहतर विकल्प ये रहता है कि आप खुद का ऑनलाइन चैनल बनाकर भी युवाओं को प्रशिक्षण दे सकते हैं। समय के आभाव को देखते हुए आज के समय में कई खिलाड़ी ऑनलाइन कोचिंग का सहारा सबसे ज्यादा लेने लगे हैं।

क्रिकेट कोच बनने के बाद कितना कमा सकते है आप?

अगर आप क्रिकेट (Cricket) की फील्ड को चुन रहें है तो इस फील्ड में सिर्फ क्रिकेटर्स ही नहीं बल्कि कोच भी काफी ज्यादा कमाई करते हैं। हालांकि इस फील्ड में प्रतिस्पर्धा थोड़ी ज्यादा है लेकिन अगर आपके अंदर काबिलियत है तो आप सालाना काफी मोटी कमाई कर सकते हैं। कुछ रिपोर्ट्स की माने तो इस फील्ड में 2008 से लेकर 2018 के बीच कमाई के मामले में 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। अगर आप किसी प्राईवेट स्कूल में क्रिकेट टीम के कोच हैं तो वो स्कूल आपको 35000-40000 हजार तक की सैलरी पर बतौर ट्रेनर नियुक्त कर सकता है।

वहीं अगर आप किसी राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कोच हैं तो आपकी सालाना कमाई 5 से 10 लाख रुपये तक की हो सकती है। कई क्रिकेट (Cricket) क्लब कोच को 75000-90000 हजार तक की सैलरी देते हैं। दिलचस्प बात ये है कि कई प्राईवेट क्लब्स टीम के कोच को घंटो के हिसाब से सैलरी देते हैं। इस तरह आप कई क्लब्स के साथ जुड़ कर उनकी टीमों को ट्रेनिंग दे सकते हैं। इसके अलावा आप खुद का ऑनलाइन चैनल खोल कर भी कुछ महीनों की मेनहत के बाद अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। 

क्रिकेट कोच बनने के लिए कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान

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