देशभर में कोई भी व्यक्ति कभी भी मीडिया के ऊपर किसी भी प्रकार का आरोप लगा देता है। हमारे देश के बहुत सारे पत्रकार भी स्वयं को पत्रकार समझते हैं लेकिन दूसरे पत्रकारों को वह एक पार्टी विशेष का पत्रकार बताकर उनका अपमान करते हैं। जो लोग कभी खुद किसी की गोदी में बैठकर पत्रकारिता किया करते थे वह लोग आज पूरी मीडिया को गोदी मीडिया बताने की होड़ में लगे हुए हैं। तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने कुछ समय पहले मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी की थी। जिसके परिणाम अब धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। महुआ की इस टिप्पणी पर 1945 में स्थापित कोलकाता प्रेस क्लब ने उनसे माफी की मांग की है।
दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने महुआ के बयान से दूरी बना ली है।पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने मंगलवार दोपहर टीएमसी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा- उन्होंने जो कहा वह उनका कथन है, न कि पार्टी की सोच।” उन्होंने कहा ममता बनर्जी मीडिया पर विश्वास करती हैं और उनसे जानकारी शेयर करती हैं। अगर आप हमारे खिलाफ लिखते हैं तो भी हम मीडिया के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखें।
क्या है पूरा मामला?
रविवार को, नादिया जिले के ग्यासपुर में एक पार्टी की बैठक में भाग लेने के दौरान मोइत्रा ने कुछ स्थानीय पत्रकारों को देखकर अपना आपा खो दिया था। उन्होंने चिल्लाकर कहा था,”इस दो पैसे के प्रेस को यहाँ किसने इनवाइट किया है? एक बैठक चल रही है और हर कोई अखबार और टेलीविजन में अपना चेहरा देखने के लिए बेचैन है।”