देश के लोकतंत्र पर सर्वाधिक समय तक राज करने वाली पार्टी कॉंग्रेस आज कई राज्यों में शून्य हो चुकी है। तो कई राज्यों में कांग्रेस का संगठन ही बर्बाद हो चुका है।अभी फिलहाल हुए कई विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी बुरा रहा जिसे लेकर यह माना जा रहा था कि अब पार्टी में दोबारा से विरोध के स्वर सकते हैं और पार्टी अध्यक्षा का इस्तीफा मांगा जा सकता है। लेकिन अभी फिलहाल ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार यह माना जा सकता है कि 2022 तक कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ही रहेगी। मुद्दा विहीन राजनीति करने वाली कांग्रेस पार्टी ने पहले किसानों के आंदोलन को राजनीतिक मुद्दा बनाया था और अब पार्टी कोरोनावायरस को राजनीतिक मुद्दा बनाएगी।
कोरोना महामारी को कांग्रेस पार्टी अब अपना आंतरिक और बाहरी हथियार बनाने को मजबूर हो चुकी है। जिन प्रदेशों में विधानसभा चुनाव हुए थे वहां पार्टी को उम्मीद थी कि कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन करेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस से बगावत करने वाले नेता भी देश में संक्रमण के मामलों पर तथा कांग्रेस की नीतियों पर इस समय खामोश है। ऐसे में पार्टी के पास कोरोना ही ऐसा बहाना है जिससे पार्टी में फूट को दबाया जा सकता है। G-23 में शामिल एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि यदि सोनिया गांधी हमारा नेतृत्व करती है तो हमें इसमें कोई एतराज नहीं होगा।