हैदराबाद में तमाम प्रयासों के बाद तमाम कट्टरवादी ताकतों के बाद भारतीय जनता पार्टी दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है। हैदराबाद के नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 12 गुना अच्छा प्रदर्शन करके 48 सीटों पर विजय प्राप्त की है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के पास यहां पर केवल 4 सीटें थी। हैदराबाद निगम चुनाव में त्रिशंकु की स्थित बन गई है। सत्ताधारी टीआरएस पार्टी 99 से लुढ़क कर 55 सीट पर सिमट गई, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम 44 सीट जीतकर तीसरे स्थान पर रह गयी। देश के लोकतंत्र पर सर्वाधिक समय तक राज करने वाली पार्टी कांग्रेस केवल 2 सीटों पर सिमट कर रह गयी। अब इस पूरे चुनाव का ठीकरा ईवीएम पर भी नहीं फोड़ा जा सकता क्योंकि यह पूरा चुनाव बैलेट पेपर पर हुआ था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस जीत के जश्न पर अपने ट्विटर पर एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, “यह भाग्य नगर के भाग्योदय का प्रारंभ है…”
"भाग्यनगर" का भाग्योदय प्रारंभ हो रहा है…
हैदराबाद के निकाय चुनावों में भाजपा एवं आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व पर अभूतपूर्व विश्वास जताने के लिए "भाग्यनगर" की जनता का कोटि-कोटि धन्यवाद।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 4, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हैदराबाद में अपनी पार्टी के नेताओं को जिताने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। उनके चेहरे के बल पर हिंदुत्व का वोट भारतीय जनता पार्टी पर बरस गया।सत्तारुढ़ टीआरएस पार्टी 55 वार्ड में जीत दर्ज कर भले ही सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी हो, लेकिन उसके हाथ से मेयर की कुर्सी निकल सकती है। 1 दिसंबर को कुल 150 सीट के लिए चुनाव हुए थे, लेकिन केवल 149 सीट के नतीजे जारी किए। एक नेरेडमेट वार्ड की मतगणना पर उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है।
जनता के लिए बेहतर विकल्प बनी भाजपा: भूपेंद्र
भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को नैतिक जीत बताते हुए शुक्रवार को कहा कि भगवा पार्टी तेलंगाना में टीआरएस की एकमात्र विकल्प के रूप में उभरी है। भूपेंद्र ने कहा-चुनाव परिणाम बहुत ही उत्साहवर्द्धक हैं, इससे यह प्रदर्शित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और उनके सुशासन के मॉडल की सभी क्षेत्रों में स्वीकार्यता है। यह माना जा सकता है कि भविष्य में हैदराबाद तथा पूरे तेलंगाना की जनता भारतीय जनता पार्टी को एक बेहतर विकल्प के रूप में अपना समर्थन दें। उत्तर के साथ-साथ दक्षिण में भी भाजपा का वोट बैंक बड़ा हो जाए।