पश्चिम बंगाल में चुनाव केवल एक राजनीतिक चुनाव नहीं रह गया है बल्कि एक परिवर्तन की यात्रा कर रख पश्चिम बंगाल से होकर गुजर रहा है उस पर इस समय पूरे देश और दुनिया की मीडिया की नजरें हैं। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जिस प्रकार अपनी ताकत झोंक चुकी है। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि कि पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव कितना महत्वपूर्ण है? पश्चिम बंगाल तथा भारत के अन्य राज्यों में एक बड़ा मुद्दा है गौ हत्या और वीफ का… पश्चिम बंगाल में वीफ बैन होगा या नहीं इस सवाल के जवाब में दिलीप घोष का कहना है कि उत्तर प्रदेश का सेंटीमेंट है कि वहां गौ हत्या नहीं हो…. तो हमने वहां गौ हत्या को प्रतिबंधित कर दिया है। जरूरत पड़ी तो पश्चिम बंगाल में भी बंद कर देंगे। हम इस बात को खुलकर कह रहे हैं कि यहां के लोग जो चाहेंगे वही होगा।
दिलीप घोष कहते हैं, ”यहाँ दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा बंद की जाती है और हम इसे सुधारेंगे। हम लोकतंत्र की बात करेंगे और बहुसंख्यक आबादी की भावनाओं का ख़्याल नहीं रखेंगे, ऐसा नहीं हो सकता है। यहाँ बाक़ी लोगों को समझौता करना चाहिए। उन्हें घुलना मिलना चाहिए। 22 मुस्लिम देशों में गोहत्या बैन है तो यहाँ के मुसलमान प्रतिबंध के साथ नहीं रह सकते हैं?”
दिलीप घोष से जब यह सवाल किया गया कि आप धर्मांतरण पर कोई कानून बनाएंगे तो उनका कहना था”अगर धर्मांतरण के कारण यहाँ की जनसांख्यिकी बदल जाएगी और देश में फिर से विभाजन की आवाज़ उठेगी, तो हम हाथ पर हाथ रखकर बैठे नहीं रह सकते। “