बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे का महासंग्राम छोड़ चुका है। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान पहले ही बगावत कर चुके हैं कि यदि हमें हमारी इच्छा अनुसार सीटें नहीं दी गई तो हम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का साथ भी छोड़ सकते हैं, स्वतंत्र रूप से अपने प्रत्याशियों को चुनाव लड़ा भी सकते हैं। इसी बीच बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने लोक जनशक्ति पार्टी की इस बगावत को लेकर और लगातार सीटों के बंटवारे में बन रहे असमंजस को लेकर कहा है, ” एलजेपी और भारतीय जनता पार्टी के बीच हुई बातचीत सकारात्मक रही है। एनडीए गठबंधन में सीटों को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी से भी बात बन गई है। ” नीतीश कुमार के नेतृत्व मे एनडीए गठबंधन बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगा, जिसमें भारतीय जनता पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी और जेडीयू तीनों पार्टियां शामिल होंगी ! हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि अब जेडीयू को जीतन राम मांझी का भी साथ मिल चुका है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर बिहार बीजेपी नेताओं की बैठक चल रही है। बैठक में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष संजय जयसवाल, संगठन मंत्री नागेंद्र, सुशील कुमार मोदी, मंगल पांडे, नित्यानंद राय और राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह मौजूद हैं। इस बैठक में पहले से ही अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस मौजूद है देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव का प्रभारी बनाया गया है चिराग पासवान और रामविलास पासवान का पार्टी में रहना इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि एक आंकड़े के अनुसार बिहार में दलित और महादलित मिलाकर कुल 16 फ़ीसदी वोटर है। वही कुशवाहा की कुल आबादी 6 से 7% के आसपास है। यानी कि लगभग 20 से 21% वोट यदि भारतीय जनता पार्टी से फिसल जाता है तो निश्चित रूप से सरकार बनाने में परेशानी आ सकती है इसीलिए चिराग पासवान को भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से दूर नहीं जाने देना चाहती।
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