बिहार विधानसभा चुनाव में पांच विधायक जिताने के बाद असदुद्दीन ओवैसी की नजरें पश्चिम बंगाल पर आ चुकी हैं। लेकिन यह बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी की पार्टी ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को तगड़ा झटका दे दिया है। सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल में AIMIM पार्टी के नेता अनवर पाशा सोमवार को सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। अनवर पाशा ने यह दावा करते हुए अपने साथियों के साथ तृणमूल कांग्रेस को ज्वाइन किया,”उनकी मूल पार्टी वोटों का ध्रुवीकरण करके बस भारतीय जनता पार्टी को मदद पहुंचाने का काम कर रही है।… ” पाशा ने आरोप लगाया है,” लोगों का एक वर्ग धर्म का इस्तेमाल करके देश के विध्वंस की ओर ले जा रहा है। ”
Govt of India blocks 43 mobile apps from accessing by users in India, under section 69A of the Information Technology Act. Action taken based on inputs regarding these apps for engaging in activities prejudicial to India's sovereignty, integrity, defence, security & public order. pic.twitter.com/ACVffY3SKF
— ANI (@ANI) November 24, 2020
अनवर पाशा ने कहा, “फिलहाल पश्चिम बंगाल पर नजरें गड़ाए लोगों,चाहे उन्होंने भगवा पहन रखा हो या हरा पहन रखा हो!… यह जान लेना चाहिए कि ऐसे बांटने वालों की इस राज्य में कोई जगह नहीं है!”… उन्होंने कहा,”AIMIM ने बिहार में वोटों के ध्रुवीकरण में भूमिका निभाई और वहां भाजपा को सरकार बनाने में मदद पहुंचाई।…लेकिन ऐसा बंगाल में नहीं होगा।” पाशा ने कहा है,” पश्चिम बंगाल की 30% जनता मुसलमान है और बिहार में जो भी राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है उसे इस राज्य में दोहराया नहीं जाएगा।”