दुनिया में बहुत सारे लोग कुत्ते पालते हैं और अलग-अलग तरह के पशुओं से प्यार करते हैं। लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जिन्हें जानवर बिल्कुल भी पसंद नहीं होते। स्ट्रीट डॉग्स से परेशान होने की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं। लेकिन आंध्र प्रदेश में कुत्तों से निपटने के लिए एक ऐसा तरीका अपनाया गया है जो मानवता के खिलाफ है और आपको व्याकुल कर सकता है। फाइट फॉर एनीमल्स एक्टिविस्ट ललिता के मुताबिक पश्चिमी गोदावरी जिले की लिंगापालम पंचायत के एक गांव में लोग कुत्तों से परेशान हो गए थे। इंडिया टुडे वेबसाइट की खबर के मुताबिक इसके बाद पंचायत ने इनका बंधीकरण कराने के बजाए इन्हें जान से मार देना उचित समझा। ललिता का कहना है कि उसने गांव और उस जगह दोनों का दौरा किया है, जहां पर यह 300 कुत्ते दफनाए गए हैं।
ललिता ने बताया कि वह उस जगह पर पहुंची और देखा कि कई कुत्तों की बॉडी सड़ रही है। इसके बाद जब मैंने स्थानीय लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि पंचायत के आदेश पर यह कदम उठाया गया है।
ललिता ने बताया है कि पंचायत के अधिकारियों ने कुत्ता मारने वालों को बुलाकर उन्हें जहरीला इंजेक्शन लगवाया था। इस बात की जानकारी होने के बाद ललिता ने धर्माजीगुडेम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। ललिता की शिकायत के आधार पर ग्राम पंचायत सेक्रेट्री और सरपंच के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में जांच जारी है।