देश के विभिन्न राज्यों से कई दिन तक यह खबरें आती रही थी कि ऑक्सीजन की आपूर्ति न होने के कारण लोगों की मौत हो रही है। खबरों में बताया जा रहा था कि अस्पतालों में बैठ तो उपलब्ध है परंतु ऑक्सीजन की आपूर्ति न होने के कारण लोगों का इलाज नहीं हो पा रहा है और मृत्यु दर निरंतर बढ़ रही है। फरवरी के अंतिम सप्ताह की तुलना में अब अप्रैल के इस हफ्ते में देश में ऑक्सीजन की सप्लाई 4 गुना बढ़ा दी गई है।आंकड़ों के अनुसार फरवरी के अंतिम सप्ताह में 1,273 मीट्रिक टन/ प्रतिदिन ऑक्सीजन सप्लाई थी जो 17 अप्रैल को 4,739 मीट्रिक टन/ प्रतिदिन हो गई। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने देशभर में ट्रेनों के जरिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन और ऑक्सीजन सिलेंडर डिलिवरी की बात कही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भी यह जानकारी दी गई है कि 162 अतिरिक्त ऑक्सीजन प्लांट को मंजूरी दी जा चुकी है राज्यों ने केंद्र से 100 से अधिक प्लांट के लगवाने का आग्रह किया है। केंद्र सरकार ने रविवार को आदेश जारी कर अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाने के लिए उद्योगों को ऑक्सीजन देने पर रोक लगा दी है। इसके तहत केवल 9 उद्योगों को ही ऑक्सीजन सप्लाई जारी रहेगी।
इसमें इंजेक्शन और वैक्सीन की शीशी बनाने वाली यूनिट्स, फार्मास्यूटिकल कंपनियां, पेट्रोलियम रिफाइनरी, स्टील प्लांट, न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट, ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने के प्लांट, वेस्ट वाटर को शुद्ध करने की यूनिट, भोजन और पानी को साफ करने वाली यूनिट औरफर्नेस प्रोसेस करने वाली कंपनियां शामिल है।