भारत देश में बहुत सारे धर्म पाए जाते हैं और अलग-अलग धर्म के लोग अपनी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अपना जीवन व्यतीत करते हैं। किसी भी व्यक्ति को उसकी धार्मिक मान्यताओं का पालन करना उसका मौलिक अधिकार है। जिससे उसे वंचित नहीं किया जा सकता लेकिन देश की शांति को बरकरार रखना भी इसी देश के नागरिकों का कर्तव्य है। चाहे अपने धर्म के लोगों के खिलाफ ही क्यों ना जाना पड़े? हमारे देश में लव जिहाद के नाम पर सैकड़ों गैर मुस्लिम लड़कियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है लेकिन उसके बावजूद भी कोई भी धर्मगुरु इस पर बोलने को तैयार नहीं होता… इसके विपरीत जब इस पूरे मामले पर कानून बनाया जाता है तो लोग इसका विरोध करने लगते हैं जबकि सबके सामने इस मामले से जुड़े हुए कई केस आ चुके हैं।
धर्म के नाम पर लोगों को भड़का कर देश की राजधानी और देश के अलग-अलग हिस्सों में दंगे करवाए जाते हैं और उन दंगों का आरोप उन लोगों पर लगाया जाता है जो राष्ट्रीय एकता की बात करते हैं। वर्तमान में आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान ने स्वामी नरसिंहानंद सरस्वती पर मुकदमा दर्ज कराया है और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि जब यह मांग ट्विटर पर की गई तो उसके तुरंत बाद लोगों ने उसका करारा जवाब देते हुए लिखा कि मैं नरसिंहानंद सरस्वती जी के साथ हूं”।
कौन हैं नरसिंहानंद सरस्वती?
नरसिंहानंद सरस्वती एक हिंदू धर्म गुरु है। वे अपने तीर से बयानों के कारण जाने जाते हैं। जब भी किसी बहुसंख्यक समाज के व्यक्ति के साथ कोई गलत कार्य होता है तो सबसे पहले नरसिंहानंद सरस्वती बाहर निकलकर लोगों को संबोधित करते हैं। वर्तमान में एक मामला सामने आया था जब एक नाबालिक को पानी पीने के कारण पीटा गया था, कई मीडिया रिपोर्ट यह भी बताती हैं इस मंदिर के मुख्य द्वार पर कुछ ऐसा लिखा हुआ है जो देश के एक समुदाय विशेष के खिलाफ है। वहीं दूसरी तरफ आश्रम के लोगों का कहना है कि हमारे मंदिर में लगातार चोरियां होती हैं इसीलिए हम नहीं चाहते कि किसी अन्य धर्म के लोग हमारे मंदिर में प्रवेश करें।
नबी ﷺ की शान में गुस्ताखी करने वाले नरसिंहानंद के खिलाफ जामिया नगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज की, @DelhiPolice से अपील है कि इस गुस्ताख़ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
नरसिंहानंद जैसे लोग समाज में रहने लायक नहीं हैं।ये लोग देश का माहौल बिगाड़ रहे हैं,इन्हें खुला नहीं छोड़ा जा सकता। pic.twitter.com/2P4b1SOvpZ— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) April 3, 2021
वास्तव में अमानतुल्लाह खान जिस पार्टी से विधायक हैं उस पार्टी के लोग कभी भी अपना कोई भी बयान उस समय नहीं देते जब देश के हिंदू समाज की भावनाओं को आहत किया जाता है। चाहे हिंदू देवी देवताओं का अपमान फिल्मों में करना हो या फिर राम मंदिर की बात हो हमेशा आम आदमी पार्टी के बयान समुदाय विशेष के समर्थन तथा दूसरे समुदाय के खिलाफ ही खड़े मिले हैं।