महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के 2 साधुओं की भीड़ द्वारा निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। साधु-संतों की हत्या के बाद से ही सोशल मीडिया से लेकर जूना अखाड़े के संतों में काफी रोष दिखाई दे रहा है। सोशल मीडिया पर यूजर्स इस मामले में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग कर रहे है। बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर के गड़चिनचले गांव में दो साधुओं पर करीब 300 लोगों की भीड़ ने अचानक हमला कर दिया। हैरान करने वाली बात ये थी कि ये पूरी घटना पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में हुई।
बताया जा रहा है कि भीड़ द्वारा हमले में मारे गए साधु-संतों पर डकैती का आरोप था। मोब लिंचिंग की इस घटना ने महाराष्ट्र सरकार और प्रसाशन पर कई तरह के सवाल खड़े कर दिए है। हालांकि पुलिस ने इस घटना को लेकर ग्रामीणों से पूछताछ कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। दूसरी तरफ सोशल मीडिया ट्वीटर पर यूज़र्स ने उद्धव ठाकरे को इस घटना के चलते निशाने पर लेना शुरु कर दिया है। सोशल मीडिया पर इस घटना की कई वीडियो भी वायरल होनी शुरू हो गयी है।
Ram Ram ji 🙏 @OfficeofUT is this the kind of COMMUNAL behaviour U were talking few days back ????? It is being done in front of police 😡 What a SHAME 😡😡 #Sadhu that also OLD man was LYNCHED by a MOB in coronavirus lockdown 😡 pic.twitter.com/hQP9DnRE0k #Palghar #payalrohatgi
— PAYAL ROHATGI & Team- Bhagwan Ram Bhakts (@Payal_Rohatgi) April 19, 2020
यूजर्स का कहना है कि पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में हुई ये घटना निंदनीय है। वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट करते हुए कहा ‘पालघर में पुलिस के सामने मॉब लिंचिंग की घटना का वीडियो दहला देने वाला है। वह भी तब जब कुछ ही दिन पहले उद्धव सरकार के राज में एक पुलिसकर्मी और डॉक्टर पर हमला हुआ था। मीडिया के एक वर्ग ने इसे ‘संतों के भेष में चोरों’ का मामला बताकर घटना को कमतर दिखाया।’
उधर नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने इस पूरे मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार को चेताया कि अगर सरकार ने हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो सभी अखाड़े बैठक कर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन को अंजाम दे सकती है।
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