पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भारतीय जनता पार्टी के कई लोग तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। बंगाल में भी माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के कई और विधायक TMC का दामन थाम सकते हैं। लेकिन आपको हम बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के बाद अब ममता बनर्जी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को झटका दे सकते हैं। कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ नेता और पांच बार के विधायक मोइनुल हक ने पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा भेज दिया है और उनके जल्द ही सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है।
अंतरिम पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा, मैं सम्मानपूर्वक सूचित करता हूं कि मैं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव के पद से अपना इस्तीफा सौंपता हूं। मुर्शिदाबाद के फरक्का से पांच बार के विधायक ने पार्टी द्वारा उन्हें दिए गए अवसर के लिए आभार व्यक्त करते हुए और सोनिया गांधी और राहुल गांधी को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए यह भी कहा कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देना चाहेंगे। उनसे इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, यह उनकी निजी पसंद है और मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है।
चौधरी के करीबी माने जाने वाले हक का इस्तीफा निश्चित रूप से 30 सितंबर को जंगीपुर उपचुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के लिए एक बड़ा धक्का है। कांग्रेस 2016 में तृणमूल के तूफान के बीच भी सीट पर कब्जा करने में सफल रही, लेकिन हक के बाहर होने से निश्चित तौर पर मुर्शिदाबाद में पार्टी कमजोर हो सकती है। ऐसा कहा जा रहा है कि 23 सितंबर 2021 को हक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।आपको बता दें कि 23 सितंबर 2021 को पार्टी के नेता अभिषेक बैनर्जी मुर्शिदाबाद जा रहे हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस के कद्दावर नेता कतरन मूल कांग्रेस में शामिल होना निश्चित रूप से कांग्रेस के लिए तगड़ा झटका हो सकता है।