अगले 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों तथा संसद के अगले सत्र से पूर्व कांग्रेस पार्टी एक बड़ा निर्णय ले सकती है। जिसके अनुसार विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी को उनके पद से हटाया जा सकता है। ऐसा इसलिए भी हो सकता है क्योंकि अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ा था जिसके नतीजे अनुकूल नहीं आए हैं। वहीं पार्टी के नेतृत्व परिवर्तन को लेकर जिन 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था उसमें अधीर का भी नाम शामिल था।
पश्चिम बंगाल में चुनाव हारने के बाद उनका हटना तय हो गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस एक साथ मिलकर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध संसद में करना चाहती हैं जिसके लिए अधीर रंजन चौधरी को पद से हटाना बहुत जरूरी है। क्योंकि कांग्रेस के द्वारा चुनाव के समय तृणमूल कांग्रेस पर सीधा बार नहीं किया गया था अपितु चुनाव जीतने के बाद पार्टी के द्वारा ममता बनर्जी का खुलकर स्वागत भी किया गया था। जबकि अधीर रंजन चौधरी व्यक्तिगत रूप से ममता बनर्जी के खिलाफ रहे हैं।
लेकिन अब यह सवाल उठता है कि यदि अधीर रंजन चौधरी को इस पद से हटाया जाएगा तो कांग्रेस का वह कौन नेता होगा जो प्रतिपक्ष का नेता बनेगा? ऐसे में शशि थरूर तथा मनीष तिवारी यह दो नाम है जो सबसे पहले सामने आ रहे हैं। हालांकि इन नेताओं ने भी नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पत्र लिखा था लेकिन पार्टी इन पर विश्वास जता सकती है…