पश्चिम बंगाल अभी अम्फान तूफान के कहर से उभर भी नहीं पाया है। इसी बीच इस तूफान से छतिग्रस्त मकानों के लिए दिए गए अनुदान में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इसके बाद गड़बड़ी करने वालों से राहत राशि वसूली जा रही है। दक्षिण 24 परगना में 250 लोगों को राहत राशि भी पड़ी है। भाजपा ने ममता सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ममता सरकार ने इस मामले में भी भ्रष्टाचार किया है तो वहीं ममता लगातार केंद्र सरकार को कोरोना संक्रमण के मुद्दे पर घेर रही हैं।
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अम्फान तूफान से छतिग्रस्त हुए मकानों के पुनर्निर्माण के लिए सरकार ने 1000 करोड़ का बजट दिया था जो कि 20000 की दर से 5 लाख लोगों में बटना था। भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने अनुरोध किया कि सरकार उन लोगों के नाम पंचायत में टांग दे। पंचायत में नाम टांगे गए और जब लिस्ट मांगी गई तो इतनी भीड़ हुई कि वहां भगदड़ मच गई। देखा यह गया कि एक ही घर के पांच पांच लोगों के नाम उस लिस्ट में शामिल थे। भाजपा ने कहा, “ममता सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर आ चुका है। गड़बड़ी करने वालों को टीएमसी ने अपने पार्टी से तो बाहर निकाला लेकिन उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की जा रही।”
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