मध्यप्रदेश के बाद अब राजस्थान में भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर सरकार तोड़ने के गंभीर आरोप लगाए हैं। राजस्थान सरकार को जैसे ही सरकार तोड़ने की बात पता चली वैसे ही इस मामले पर केस दर्ज किया गया। एसओजी की जांच में पता चला कि राज्यसभा चुनाव से पहले राजस्थान सरकार गिराने की साजिश रची गई थी।
जिसके तहत 2 विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए ऑफर हुए थे। इस FIR में पूर्व विधायक रमीला खड़िया और वर्तमान विधायक महेंद्र जीत सिंह मालवीय का नाम शामिल है। बताया जा रहा है कि विपक्षी पार्टी के द्वारा इन दोनों विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए सरकार गिराने के लिए ऑफर हुए थे। अब यह मामला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास तक पहुंच गया है।
गहलोत ने सरकार तोड़ने को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “हम कोरोना से जंग लड़ रहे हैं और कुछ लोग इस में लगे हैं कि कैसे सरकार गिरे? कैसे खरीद-फरोख्त की जाए?” राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने और राज्यों का जिक्र करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और कहा, “उत्तराखंड की सरकार में 5 मंत्री वे हैं, जो पहले कांग्रेस में थे, गोवा और मणिपुर में देख लीजिए कांग्रेस की सरकारें ही बदल दी गई। और सबसे ज्यादा कमाल तो महाराष्ट्र में हुआ! बहुमत नहीं था तब भी शपथ दिलाई गई और मध्य प्रदेश तो सबके सामने है।”