कोरोना वायरस के बीच एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई हैं। रोड पर पैदल चलकर अपने घर की ओर बढ़ रही एक महिला का कुछ दरिंदो ने कोरोना टेस्ट के नाम पर सामूहिक दुष्कर्म कर दिया। 36 वर्षीय महिला अपनी ससुराल डीडवाना से पैदल रही चलकर हावड़ा स्थित अपने घर के लिए रवाना हो गई। रास्ते में ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर रतनगढ़ पहुंची लेकिन क्षेत्र में हावड़ा जाने का कोई साधन नहीं मिला, तो वह स्टेशन रोड पर स्थित रैन बसेरा के पास आ गई।
इस दौरान मुस्ताक तथा त्रिलोक नाम के दो शख़्स उसके पास आए और उसे क़रीब में स्थित अस्पताल के परिसर में सोने की जगह देने की बात कहकर अपने साथ ले गए। 20 मई की सुबह ये दोनों फिर इसके पास आए और कहा कि कोरोना की जांच करवानी पड़ेगी। फिर मौका पाकर वह महिला को हॉस्पिटल के टॉयलेट के पीछे ले गए जहां पर दोनों ने सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। रतनगढ़ के राजकीय अस्पताल में हुई इस वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। इस संबंध में महिला ने तीन लोगों के खिलाफ गुरुवार को रतनगढ़ पुलिस थाना में केस दर्ज करवाया है।
पुलिस ने बताया कि महिला वेस्ट बंगाल की रहने वाली है। इसका ससुराल डीडवाना में है। ये वेस्ट बंगाल जा रही थी। रतनगढ़ रेलवे स्टेशन पर इसको 2 या 3 लड़के मिले जिन्होंने इसे कहा कि कोरोना की स्क्रीनिंग करवाना है।स्क्रीनिंग कराने के बहाने टॉयलेट के पास झाड़ियों में लेकर चले गए। महिला ने बताया है कि दो लड़कों ने मेरे साथ रेप किया और एक ने छेड़छाड़ की है। इस वजह से उसको मेडिकल के लिए भिजवाया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।