काबुल | अफगानिस्तान में हुए एक आतंकी हमले में 11 अफगान सैनिकों की मौत हो गयी है। कथित तौर पर ये हमला तालिबान द्वारा किया गया है, हालाँकि तालिबान ने इस हमले की ज़िम्मेदारी अभी तक नहीं ली है। यह हिंसा तब हुई जब पिछले हफ्ते अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने तालिबान के साथ शांति वार्ता के लिए अपनी 21 सदस्यीय टीम की घोषणा की थी। गनी के इस प्रस्ताव को उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी अब्दुल्ला ने यह कहते हुए इसे खारिज कर दिया था कि यह पर्याप्त नहीं है।
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार विद्रोहियों ने रविवार रात दक्षिणी जाबुल प्रांत के एक सैन्य चौकी को निशाना बना कर कम से कम 6 सैनिकों को मार गिराया। वहीं प्रांतीय परिषद के सदस्य माबोबुल्ला ने कहा कि, “उत्तरी बागलान प्रांत में एक तालिबानी हमले में सुरक्षा बलों के कम से कम पांच सदस्य मारे गए और छह अन्य घायल हो गए।” इस घटना के बाद अफगानिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल तेज हो गई है। राष्ट्रपति अशरफ गनी और अब्दुल्ला के बीच की प्रतिद्वंद्विता ने तालिबान के साथ बातचीत में अवरोध उत्पन्न कर दिया है। तालिबान के साथ होने वाली ये वार्ता शांति समझौते के तहत होने वाली थी।
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