जयपुर । मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद अब राजस्थान में सचिन पायलट भी बगावती तेवर दिखाने लगे हैं। पायलट ने सीधे-सीधे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर बिना किसी का नाम लिए जोरदार निशाना साधा है। एक तरफ कई बड़े कांग्रेसी नेता सिंधिया के खिलाफ बोल रहे हैं तो वहीं सचिन पायलट के द्वारा किये गए ट्विट के बाद अब ऐसा लग रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा उठाया गया कदम सही था। पायलट ने कहा था कि सिंधिया का कांग्रेस पार्टी से जाना बहुत दुखद है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में 22 विधायकों ने भी इस्तीफे भी दे दिए हैं।
ऐसा लगता है कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ अब सिर्फ कुछ दिनों के ही मुख्यमंत्री हैं। दिल्ली चुनाव के बाद से ही कांग्रेस पार्टी के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कई नेताओं ने युवाओं को कांग्रेस की बागडोर संभालने का सुझाव भी दे दिया था।ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके कहा कि जो सच्चा कांग्रेसी है, वो कांग्रेस के साथ बना रहेगा और साथ ही अपने ट्वीट मे लिखा कि, मेरा कोई भी मन मुटाव नही था और सिंधिया ही अपने क्षेत्र में कलेक्टर और अन्य अधिकारियों की नियुक्ति, व ट्रान्सफर भी अपनी इच्छा से ही करते थे। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा उनके सभी सुझावों को सुना ओर पार्टी में शीर्ष जगह दी, वहीं दूसरी तरफ बाकी नेताओं ने कांग्रेस के तरीकों पर अपनी नाराजगी भी जाहिर की है। जो भी बागी विधायक है उनपर भी तरह तरह के सवाल उठाये जा रहे थे। इसी पर सभी सिंधिया गुट के विधायकों ने बैंगलोर से एक वीडियो भी जारी कर के कहा कि सभी ने बगैर किसी दवाब के पार्टी से इस्तीफ़ा दिया है।