उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी पार्टियां अलग-अलग तरह से ताल ठोक रही हैं। सभी पार्टियां अपने नए नए वादों के जरिए जनता तक पहुंचने का काम करना चाहती हैं। वहीं दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी अब भारतीय जनता पार्टी के रास्ते पर चल रही है। पार्टी के द्वारा यह साफ कर दिया गया है कि अगर बहुजन समाज पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में बनती है तो मथुरा, काशी और अयोध्या में होने वाले सभी कार्यों को जारी रखा जाएगा। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने पहले बड़े सार्वजनिक संबोधन में कहा कि अगर पार्टी सत्ता में आती है, तो वह केंद्र और पिछली राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं (अगर इससे लोगों को लाभ होता है) को राजनीतिक बदले की भावना से समाप्त नहीं करेगी और अयोध्या, वाराणसी और मथुरा जैसे धार्मिक शहरों में भाजपा द्वारा शुरू किए गए कार्य पूरे होंगे।
कांशीराम की पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अपने मायावती ने कहा कि हम सपा या भाजपा सरकारों द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं और योजनाओं के नाम बदलने के नाटक में भी शामिल नहीं होंगे। मेरे कहने का मतलब है कि राज्य में भाजपा और सपा द्वारा किए गए सभी कार्यों की निष्पक्ष रूप से जांच की जाएगी और जो काम सही और लाभकारी होगा, उसे आगे बढ़ाया जाएगा और रोका नहीं जाएगा।
मायावती ने यह भी कहा कि नए अस्पताल, मेडिकल कॉलेज या शैक्षणिक संस्थान बनाने से पहले, मौजूदा सुविधाओं की स्थिति में सुधार किया जाएगा क्योंकि कोरोना के दौरान उनकी “निराशाजनक” स्थिति सामने आई थी। इसी तरह उन्होंने कहा कि मौजूदा सड़क नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा ताकि नई सड़कें और राजमार्ग बनने से पहले दुर्घटनाएं न हों।
मायावती ने कहा कि यूपी की जनता बीएसपी की सत्ता को याद कर रही है। यूपी में सपा बीजेपी की सरकारों में जनता परेशान है। छोटी-छोटी पार्टियों का गठबंधन सिर्फ सत्ताधारी दल को फायदा पहुंचाने के लिए हो रहा है। समाजवादी पार्टी का नाम दिए बिना मायावती ने कहा कि एक पार्टी ऐसी है जो दूसरी पार्टी की स्वार्थी लोगों को शामिल करा रही है। मायावती ने ये भी कहा कि चुनाव घोषित होने से वोट पड़ने तक बीएसपी को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। झूठे सर्वे के जरिए बीएसपी को नुकसान पहुचाने का प्रयास है। बीजेपी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। हिन्दू- मुस्लिम के साम्प्रदायिक दंगे कराए जा सकते हैं। बीजेपी इस चुनाव में धन्नासेठों से बड़ा खर्च कराने वाली है।