नागरिकता कानून को लेकर देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने लखनऊ (Lucknow) पहुंच कर एक बार फिर विपक्षी पार्टियों को अपने निशाने पर लिया। नागरिकता कानून के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि इस कानून के प्रति लोगों को लगातार गुमराह किया जा रहा है। उन्होनें कहा कि केंद्र सरकार ने हमेशा से यही दोहराया है कि इस कानून में किसी की भी नागरिकता छीने जाने का कोई प्रावधान नहीं है।
विपक्ष को निशाने पर लेते हुए अमित शाह ने कहा कि ‘सीएए पर विरोधी पार्टियां दुष्प्रचार करके भ्रम फैला रही हैं, इसीलिए भाजपा जन जागरण अभियान चला रही है। यह देश को तोड़ने वालों के खिलाफ जन जागृति का अभियान है। नरेन्द्र मोदी सीएए लेकर आए हैं। कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश, मायावती, केजरीवाल सभी इस बिल के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं। (Lucknow)
मैं आज लखनऊ की भूमि से डंके की चोट पर कहता हूँ कि जिसको विरोध करना है करे, CAA वापस नहीं होने वाला है। वोट बैंक के लोभी, आँख के अंधे और कान के बहरे नेताओं को मैं कहूंगा कि आप शरणार्थियों के कैंप में जाइये और उनकी स्थिति देखिये। pic.twitter.com/JIsQmSZ4wd
— Amit Shah (@AmitShah) January 21, 2020
इसके साथ ही अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया है कि केंद्र सरकार किसी भी हाल में इस कानून को वापस लेने के मूड में नहीं है। कश्मीरी पंडितो का उदाहरण देते हुए अमित शाह ने कहा ‘जब कश्मीर से लाखों कश्मीरी पंडितों को भगा दिया गया था, तो इनका मानवाधिकार कहां गया था। जिसको विरोध करना है कर ले, लेकिन CAA वापस नहीं होगा।
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