‘वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती’ सिद्धू के वीडियो के साथ मनीष तिवारी ने की सियासी शायरी, जानिए क्या है पूरा मामला

पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद मनीष तिवारी की भी एंट्री इस विवाद में हो गई है। मनीष तिवारी ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए सियासी शायरी की है।

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चित्र साभार: ट्विटर @ManishTewari

कांग्रेस पार्टी भारत के विभिन्न राज्यों में विभाजन की कगार पर चुकी है। पहले मध्यप्रदेश, राजस्थान फिर छत्तीसगढ़ और अब पंजाब में पार्टी के नेता खुलकर बगावत कर रहे हैं। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच का विवाद सबके सामने है। और अब इसके बाद में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सांसद मनीष तिवारी भी शामिल हो चुके हैं।

मनीष तिवारी ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए सियासी शायरी की है। सिद्धू का ये वीडियो अमृतसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान का है। इस कार्यक्रम के संबोधन में सिद्धू ने कड़े तेवर दिखाए थे। इस वीडियो को शेयर करते मनीष तिवारी ने लिखा है ”हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती। ” उनके इस ट्वीट के बाद कई तरह की सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं।

आपको बता दें कि अमृतसर में सिद्धू ने हुंकार भरी कि मैंने पार्टी आलाकमान से कहा है कि अगर मैं पंजाब की जनता और पंजाब मॉडल की उम्मीदों पर खरा उतरने में सफल रहा तो दो दशक तक कांग्रेस को पिक्चर से बाहर नहीं होने दूंगा। उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि यदि उन्हें निर्णय लेने की खुली छूट नहीं दी गई तो वे ईंट से ईंट बजा देंगे। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष ने यह भी साफ कहा कि दर्शनी घोड़ा बनकर कोई फायदा नहीं है। उनके इस बयान के बाद से चंडीगढ़ से दिल्ली तक सियासी हलचल बढ़ गई है। ईंट से ईंट बजाने वाले सिद्धू के बयान पर अब खूब सियासत की जा रही है। बीजेपी भी इस बयान पर चुटकी ले रही है। इसी बीच मनीष तिवारी ने शायरी के माध्यम से जो बात कहने की कोशिश की है, उसे एक तीर से दो निशाने के तौर पर समझा जा रहा है। आपको बता दें कि मनीष तिवारी उन नेताओं में हैं जो कैप्टन अमरिंदर के खेमे में नजर आते रहे हैं, साथ ही ये G-23 नेताओं की उस फेहरिस्त में भी रहे हैं जो कांग्रेस हाईकमान के खिलाफ सवाल खड़े कर चुके हैं।

मीडिया से बातचीत में नवजोत सिंह सिद्धू के बयान पर हरीश रावत ने कहा कि हर किसी के बोलने का अंदाज होता है, इसे बगावत कहना गलत होगा। रावत पहले ही साफ कह चुके हैं कि पंजाब के कैप्टन अमरिंदर ही रहेंगे। बीजेपी अपना घर देखे, हम अपना घर संभालने के लिए सक्षम हैं। इधर, कांग्रेस में मची कलह पर बीजेपी के आईटी सेल हेड अमित मालवीय ने तंज कसा है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अजीबोगरीब हालात हैं। नवजोत सिंह सिद्धू का दावा है कि उन्हें निर्णय लेने की अनुमति नहीं दी जा रही है। वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक बार फिर जल्दी से अपने मुख्यमंत्री बने रहने का पैगाम लेकर वापस को प्रदेश लौट चुके हैं। अब देखना यह होगा कि क्या कांग्रेस पार्टी के बीच का विवाद समाप्त होगा? या इन विवादों के कारण पार्टी ही समाप्त हो जाएगी?

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