उत्तर प्रदेश की राजनीति का एक बड़ा सितारा आज टूटकर सदैव के लिए अनंत में विलीन हो गया। भारतीय जनता पार्टी का वह कद्दावर नेता आज संसार में नहीं रहा जिसने कभी भगवान श्री राम और राम के भक्तों के लिए अपनी कुर्सी को खतरे में डाल दिया था। जी हां भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का आज निधन हो गया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का राजनीतिक सफर भी बड़ा दिलचस्प रहा है। बाबूजी 35 साल की उम्र में पहली बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे थे। अतरौली में कल्याण ने ऐसा झंडा गाड़ा कि 1967 में पहला चुनाव जीतने के बाद 1980 तक उन्हें कोई चुनौती ही नहीं दे सका। लेकिन 1980 के चुनाव में जनता पार्टी टूट गई तो कल्याण सिह को हार का सामना करना पड़ा।
कल्याण राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जनसंघ में आए थे। जब जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हुआ और 1977 में उत्तर प्रदेश में जनता पार्टी की सरकार बनी तो उन्हे रामनरेश यादव की सरकार में उन्हें स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया। 1980 में कल्याण पहली बार चुनाव हारे लेकिन उसी साल 6 अप्रैल 1980 को भाजपा का गठन हुआ तो कल्याण सिंह को पार्टी का प्रदेश महामंत्री बना दिया गया। उन्हें प्रदेश पार्टी की कमान भी सौंप दी गई।
अपने ऊपर लिया था ढांचा विध्वंस का दोष
इसी बीच अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के दौरान अपनी गिरफ्तारी देने के कारण वे राम भक्तों में प्रासंगिक और प्रसिद्ध हो गए। उन्होंने उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ प्रचार करना शुरू कर दिया। राम मंदिर आंदोलन की वजह से उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में भाजपा का उभार हुआ और जून 1991 में भाजपा ने उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई। इसमें कल्याण सिंह की अहम भूमिका रही इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया। इस तरह विधायक बनने के ठीक 24 वें साल 59 साल की उम्र में कल्याण सिंह यूपी के सीएम बन गए। हालांकि उनकी सरकार के दौरान ही बाबरी ढांचा विध्वंस हो गया तो इसका सारा दोष अपने ऊपर लेते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि भारतीय राजनीति में शुचिता, पारदर्शिता व जन सेवा के पर्याय, अप्रतिम संगठनकर्ता एवं लोकप्रिय जननेता आदरणीय कल्याण सिंह जी का देहावसान संपूर्ण राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है।