आपसी फूट के कारण क्या टुकड़ों में बट जाएगी मायावती की पार्टी, एक विधायक के जाते ही बन जाएगा एक और नया दल

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी अब टूट की कगार पर आ चुकी है। यदि पार्टी के बागी विधायकों को एक और विधायक का साथ मिलता है तो भारत में एक और नए दल का निर्माण हो जाएगा।

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उत्तर प्रदेश की राजनीति में लंबे समय तक अपना सीधा दखल रखने वाली मायावती अब अपनी पार्टी की फूट को नहीं रोक पा रही है।उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदेश में लंबे समय तक राज किया है और राज्यसभा से लेकर विधानसभा तक उनका अच्छा दखल रहा है। लेकिन वर्तमान में उनकी पार्टी की फूट के कारण कई विधायक बसपा से बागी हो चुके हैं। ऐसी सूचना मिली थी कि पिछले दिन बसपा के कुछ बागी विधायकों ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की है और वे जल्द ही सपा में शामिल हो सकते हैं। आपको बता दें अखिलेश यादव से मुलाकात करने वाले बागी विधायकों में निम्न लोग शामिल थे।

असलम राइनी (विधायक, भिनगा-श्रावस्ती)
मुजतबा सिद्दीकी ( विधायक प्रतापपुर-इलाहाबाद)
हाकिम लाल बिंद (विधायक हांडिया-प्रयागराज)
हरगोविंद भार्गव (विधायक सिधौली-सीतापुर)
असलम अली चौधरी (विधायक, ढोलाना-हापुड़)
सुषमा पटेल (विधायक, मुंगरा बादशाहपुर)

वहीं दूसरी तरफ बसपा के बागी विधायक असलम राइनी के अनुसार बसपा के बागी विधायक नई पार्टी बनाएंगे। बसपा से निष्कासित लालजी वर्मा नई पार्टी के नेता होंगे। नई पार्टी बनाने के लिए 12 विधायकों की जरूरत है। फिलहाल 11 विधायकों का साथ मिल चुका है। एक और विधायक का साथ मिलते ही नई पार्टी का ऐलान कर दिया जाएगा।

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