राजस्थान के भरतपुर से बीजेपी सांसद रंजीता कोली के काफिले पर बीती रात कुछ अज्ञात बदमाशों ने जानलेवा हमला किया, जिसकी वजह से सांसद को काफी गंभीर चोटें आई थी और वह बेहोश हो गई। परंतु प्राथमिक उपचार के बाद वह स्वस्थ हो गई है। वहीं दूसरी ओर अब बीजेपी की तरफ से जिला प्रशासन के ऊपर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। दरअसल बीजेपी ने अपने बयान में बताया कि सांसद के ऊपर जब हमला हुआ था, वह बेहोश हो गई थी, जिसके बाद उनकी टीम द्वारा जिले के डीएम को कई बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने घंटों तक किसी का कॉल नहीं उठाया था।
वहीं दूसरी ओर बीजेपी सांसद की टीम की ओर से यह भी दावा किया गया कि घटनास्थल पर पुलिस काफी देर के बाद पहुंची। जब सारा मामला सुलझ चुका था। जिसकी वजह से वह इस मामले में निष्पक्ष जांच चाहते हैं। बता दें बीजेपी सांसद रंजीता कोली के ऊपर हमला तब हुआ था, जब वह कोविड-19 हॉस्पिटल का निरीक्षण करके वापस अपने घर की तरफ जा रही थी। तभी कुछ अज्ञात अपराधी आए और उनके काफिले पर हमला बोल दिया। फिर वहां से चले गए, जिसके बाद सांसद कुछ देर के लिए बेहोश हो गई थी। लेकिन बाद में उन्हें होश में लाया गया और अस्पताल ले जाकर उनका प्राथमिक उपचार किया गया।
आज रात भरतपुर के आरबीएम हॉस्पिटल का निरीक्षण करने के बाद सीएचसी वैर का निरीक्षण करने जा रहीं भरतपुर सांसद श्रीमती रंजीता कोली जी के काफिले पर धरसोनी गांव के समीप हथियार बंद बदमाशों द्वारा हमला किया गया।@BJP4India @JPNadda @BJP4Rajasthan @DrSatishPoonia @chshekharbjp pic.twitter.com/CJkBECepDJ
— Ranjeeta Koli MP (@RanjeetaKoliMP) May 27, 2021
हम आपको बता दें बीजेपी सांसद रंजीता कोली पिछले कुछ दिनों से अपने चिट्ठी को लेकर सुर्खियों में थी। गौरतलब है कि बीजेपी सांसद ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखी थी और अपने संसदीय क्षेत्र के बारे में बताया था कि वहां पर कोविड-19 संक्रमितों का सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके क्षेत्र में सही तरीके से आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं किए जा रहे हैं, जिसका दुष्परिणाम आगे जाकर जनता को भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने यह भी कहा था कि वह चाहती हैं कि उनके संसदीय क्षेत्र में प्रतिदिन 5000 आरटीपीसीआर टेस्ट किये जाने चाहिए।