देश में अब विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखना भी मुश्किल हो गया है। पश्चिम बंगाल में हिंसा पर अपने विचार रखने के कारण मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। यह मुकदमा तृणमूल कांग्रेस के नेता रिजु दत्ता ने दर्ज कराया है उनका कहना है कि कंगना ने राज्य में दंगा भड़काने की कोशिश की है। इस शिकायत में ऋजु दत्ता ने कहा कि कंगना ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की छवि खराब करने की कोशिश की है। कंगना ने अपना सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर एक नहीं बल्कि कई आपत्तिजनक पोस्ट किए हैं। ऋजु दत्ता ने पुलिस स्टेशन में उन तस्वीरों के स्क्रीन शॉट भी जमा कराए हैं जिनमें कंगना के पोस्ट हैं।
कंगना ने ट्वीट में लिखा था, ‘भाजपा को असम और पुडुचेरी में जीत हासिल हुई, लेकिन वहां से किसी हिंसा की कोई खबर नहीं आई।टीएमसी बंगाल का चुनाव जीती और वहां से सैकड़ों लोगों के मरने की खबर आ गई, लेकिन लोग कहेंगे कि मोदीजी तानाशाह हैं और ममता बनर्जी एक धर्मनिरपेक्ष नेता…बस बहुत हो गया’।
लेकिन वास्तव में पश्चिम बंगाल के नेताओं के द्वारा कंगना रनौत के खिलाफ तो मुकदमा दर्ज कराया गया है लेकिन उन लोगों के खिलाफ कब कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने हत्याएं की हैं? जिन्होंने घर जलाए हैं? जिन्होंने दुकानों को लूटने का काम किया है?जिन्होंने संविधान का अपमान किया है? कंगना पर मुकदमा दर्ज कराकर क्या उन लोगों की भरपाई की जा सकती है जिनकी हत्या इस हिंसा के दौरान हुई है?