पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी कद्दावर नेताओं और प्रखर वक्ताओं को पश्चिम बंगाल की जमीन पर उतार दिया है। इस श्रेणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, फिर गृह मंत्री अमित शाह, उसके बाद पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, योगी आदित्यनाथ और धर्मेंद्र प्रधान जैसे लोगों का नाम शामिल है। सभी नेता अपनी अपनी ओर से अपने भाषणों के द्वारा जनता को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम बंगाल के हुगली में जनसभा को संबोधित किया। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कोलकाता में एक रोड शो किया जिसमें भाजपा प्रत्याशियों के लिए मतदान करने का निवेदन किया गया।
नंदीग्राम में अपनी हार स्वीकार कर चुकी हैं दीदी : सीएम योगी
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा के दौरान ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा,”दीदी ने बंगाल को केवल भ्रष्टाचार दिया है। दीदी भाजपा का विरोध करते करते राम विरोधी हो गईं। युवाओं, किसानों और महिलाओं के साथ दीदी नहीं हैं। उनकी सहानुभूति केवल गुंडागर्दी करने वालों के साथ है। ममता दीदी की रुचि विकास में नहीं है।हुगली में आरामबाग खेती क्षेत्र है, पिछले 10 वर्षों में यहां के किसानों ने आत्महत्या की है लेकिन दीदी यहां किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं देना चाहतीं।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है लेकिन ममता दीदी को कष्ट बंगाल में हो रहा है। दीदी को बुरा लग रहा है। दीदी को इसलिए बुरा लग रहा क्योंकि वो मंदिर को अच्छा नहीं मानती हैं।” मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आगे कहा ममता दीदी खुद हार स्वीकार कर चुकी हैं, नंदीग्राम में चुनाव के दिन वो एक ही बूथ पर दो घंटे बैठी रहीं। एक मुख्यमंत्री पद की दावेदार और मौजूदा मुख्यमंत्री एक बूथ पर दो घंटे बैठे इसका मतलब है उन्होंने अपनी हार स्वीकार कर ली।
ममता बनर्जी को जगन्नाथपुरी में जाकर करना चाहिए आराम : धर्मेंद्र प्रधान
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रोड शो के दौरान कहा, “ममता बनर्जी एक तरफ जय श्री राम को गाली मानती हैं और दूसरी तरफ कहती हैं कि सारे अल्पसंख्यक एक होकर हमें वोट दो। सांप्रदायिक तनाव उनकी नीति बन चुकी है। आने वाली दो मई को उनकी पराजय सुनिश्चित है। ममता दीदी को केवल मुस्लिम वोटरों की फ्रिक्र है।आप दीदी की रैली और उनकी राजनीति को दखिए। दीदी को केवल अल्पसंख्यकों से ‘ममता’ है। वह समाज को तोड़ना चाहती हैं। वह राज्य में हिंसा भड़काना चाहती हैं। मगर दीदी अब यह करने में सफल नहीं होंगी। दीदी कभी दुर्गा पूजा बंद करवा देती हैं तो कभी चंडी पाठ करने लगती हैं। कभी रोहिंग्या को अपनाने लगती हैं। पता नहीं वह क्या-क्या करती हैं। दीदी को जय जगन्नाथ कहना चाहिए और कुछ दिनों के लिए उन्हें पुरी (जगन्नाथ पुरी) जाकर आराम करना चाहिए।