भगवान श्री राम का किरदार विश्व में ऐसा है जो भी से जानना चाहता है वह इतना प्रभावित हो जाता है कि उसे भगवान राम की भक्ति के अलावा कुछ और दिखाई नहीं देता। भारत में जब टीवी का चलन बहुत कम था उस दौर में रामायण नामक एक कार्यक्रम में भारत और विश्व के लोगों का दिल जीत लिया था। इस कार्यक्रम में भगवान राम का किरदार अरुण गोविल निभाया करते थे जो अब भारतीय जनता पार्टी के नेता हो गए हैं। वैसे तो उनसे पहले कार्यक्रम में कार्य करने वाली सीता और रावण भी भाजपा के नेता थे परंतु उनका भाजपा में आना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दैनिक भास्कर के एक साक्षात्कार में जब उनसे पूछा गया कि क्या वे चुनाव लड़ेंगे तो उनका कहना था? इस वक्त तो मैंने केवल पार्टी ज्वाइन की है। मुझे उस ले मैन की तरह कंसीडर न किया जाए जो डिफरेंट एजेंडे के तहत राजनीति में आते हैं। मैं इससे ज्यादा कुछ भी नहीं कहना चाहूंगा।
आने वाले कुछ समय के भीतर ही भारत के पांच प्रमुख राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। जिसमें सबसे प्रमुख होकर भारतीय जनता पार्टी का पश्चिम बंगाल पर है। पश्चिम बंगाल में जय श्री राम का नारा सबसे ज्यादा बार बोले जाने वाला और लोगों को प्रभावित करने वाला नारा बन चुका है। श्री राम के रूप अद्भुत किरदार निभाने वाले अरुण गोविल को भारतीय जनता पार्टी चुनाव प्रचार में उतारेगी तो निश्चित रूप से लोगों पर अतिरिक्त प्रभाव पड़ेगा क्योंकि जो छाप बॉलीवुड तथा छोटे पर्दे के कलाकार लोगों के मन पर छोड़ते हैं वह निश्चित रूप से कोई राजनेता नहीं छोड़ पाता। इसके अलावा यह भी माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में भी उन्हें स्टार प्रचारक बनाया जा सकता है क्योंकि उत्तर प्रदेश में बनने वाला भव्य भगवान श्री राम का मंदिर इस बात का प्रतीक है कि प्रदेश में भगवान राम के प्रति कितनी ज्यादा आस्था है? वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड भी देव भूमि है जहां पर चारों तरफ भारतीय संस्कृति और हिंदू सभ्यता का बोलबाला है।