पश्चिम बंगाल में जब भी चुनाव निकट आते हैं तब पश्चिम बंगाल चुनावी हिंसा के दौर में पहुंच जाता है। इस समय भी पश्चिम बंगाल का माहौल कुछ ऐसा ही है अपने हाथों से सत्ता छिन जाने का डर ममता बनर्जी को सता रहा है। इसीलिए किसी भी तरह से अपनी सत्ता को बचाने की तैयारी तृणमूल कांग्रेस कर रही है। 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद लगातार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर हमले और उनका कत्लेआम भी बताता है कि पश्चिम बंगाल में किस तरह ममता बनर्जी लोकतंत्र की हत्या करने की सारी सीमाएं तोड़ चुकी हैं? कॉल आ रही है कि ममता बनर्जी के मंत्री जाकिर हुसैन पर पेट्रोल बम से हमला कर दिया गया है। यह हमला मंत्री पर मुर्शिदाबाद में हुआ है। इस हमले के बाद उन्हें जंगीपुर सबडिविजन अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। मंत्री जाकिर हुसैन का काफिला निमिता रेलवे स्टेशन की तरफ जा रहा था, तभी उनके काफिले पर पेट्रोल बम फेंककर हमला किया गया है। जाकिर हुसैन को कोलकाता के लिए निकलना था, जहां ये घटना हुई है वह जगह सुती पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आती है।
I condemn the dastardly bomb attack at Nimtita Railway Station in West Bengal. My prayers are for the quick recovery of the injured.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) February 17, 2021
वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है भाजपा नेता फूलबागान एरिया में डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय की तरफ एक मामले की जानकारी लेने के लिए मार्च कर रहे थे। तभी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच पथराव शुरू हो गया। इस पूरी घटना में शुभेंदु अधिकारी भी मौजूद थे हालांकि यह बताया जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी पर सीधे हमला नहीं किया गया लेकिन उनके समर्थकों पर पथराव हुआ है।
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल तथा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इस घटना की निंदा की है। विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा, ” मैं जाकिर हुसैन पर निमटीटा रेलवे स्टेशन पर क्रूड बम से हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं… मैं उनकी शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हुँ!”