लगातार देश को डिजिटल क्रांति के साथ आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह ऐलान किया था कि अब राष्ट्रीय राजमार्गों पर सफर करने वाले यात्रियों की गाड़ियों में फास्टैग लगाना आवश्यक हो जाएगा, लेकिन उसके बाद भी लोग लापरवाही दिखा रहे हैं इस पर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा है कि फास्ट टैग लागू करने की डेडलाइन अब आगे नहीं बढ़ाई जाएगी। सभी गाड़ी वाले टोल की पेमेंट की सुविधा को तुरंत अपनाएं। सरकार इससे पहले इस समय सीमा को दो-तीन बार बढ़ा चुकी है फास्टट्रैक तुरंत खरीदना चाहिए टोल नाकों पर भी यह उपलब्ध है। जो लोग टोला गोबर बिना रोक-टोक सफर करना चाहते हैं उन्हें फास्टैग का प्रयोग अवश्य करना होगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने भी रविवार को कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर सोमवार-मंगलवार की मध्यरात्रि से सभी टोल बूथों को सौ फीसदी फास्टैग लेन कर दिया जाएगा। फास्टैग से टोल वसूली को 2016 में लागू किया गया था। विभिन्न चरणों से गुजरते हुए एक दिसंबर, 2019 से सभी वाहनों के लिए इसे अनिवार्य कर दिया गया था। लेकिन तब से यह समयसीमा बार-बार बढ़ती रही थी। इस बार केंद्र सरकार ने पहले एक जनवरी से फास्टैग को अनिवार्य करने की घोषणा की थी। बाद में इसे बढ़ाकर 15 फरवरी कर दिया गया था। अभी भी लोग यह सोच रहे हैं कि 15 फरवरी के बाद भी एक बार और इसकी डेडलाइन को बढ़ाया जाएगा लेकिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अब इस बात से इनकार कर दिया है।
वहीं जिन लोगों ने अपने वाहनों पर फास्टैग नहीं लगवाया है या फास्टैग है परंतु कार्य नहीं कर रहा है तो उन पर भारी जुर्माना पड़ सकता है। जुर्माने के रूप में ग्राहकों को अपने वाहन की कैटेगरी के हिसाब से लगने वाले शुक्ल की दोगुना रकम देनी पड़ सकती है।