हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और भारत के गृह मंत्री अमित शाह के बीच शनिवार को मुलाकात हुई। इस मुलाकात के दौरान दोनों कद्दावर नेताओं के बीच मंत्रिमंडल विस्तार तथा किसान आंदोलन को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। कृषि आंदोलन के बाद से लगातार हरियाणा में राजनीति तेज हो चुकी है भारतीय जनता पार्टी की सरकार को गिराने के सभी प्रयास विपक्ष की ओर से किए जा चुके हैं। मुलाकात के बाद खट्टर ने अपने बयान में कहा कि गृह मंत्री अमित शाह से संगठनात्मक विषयों, किसान आंदोलन (Farmers Movement) पर चर्चा हुई। संगठन के कामों को गति मिले, इस विषय पर चर्चा हुई।
मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि उनकी गृह मंत्री अमित शाह से किसान आंदोलन पर भी चर्चा हुई, जो स्थिति है उसके बारे में उन्होंने गृहमंत्री को जानकारी दी। धरनों और किसान पंचायतों को लेकर सारी जानकारी दी है। इसके अलावा अब यह बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की तरह हरियाणा में भी एक ऐसा कानून बनाया जा सकता है जिसके बाद जो भी व्यक्ति आंदोलन के नाम पर सार्वजनिक व सरकारी संपत्ति का नुकसान करेगा,उसकी संपत्ति को जप्त कर के नुकसान की भरपाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश में जब नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दंगे फसाद हुए तब उत्तर प्रदेश की सरकार ने कानून बनाया था और लगातार उसके बाद से दंगे फसाद में जिन लोगों ने संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। उनकी संपत्ति को जप्त कर के नुकसान की भरपाई की जा रही है कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुरप्पा ने भी इसी कानून को लागू करने की बात कही थी।