बिहार राज्य में लगातार गतिरोध के बाद अब वह तारीख आ चुकी है जब बिहार कैबिनेट का विस्तार होगा। कुछ समय पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जैसे ही भारतीय जनता पार्टी की ओर से सूची हमें मिलेगी वैसे ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। मुख्यमंत्री के द्वारा कही गई इस बात के बाद भारतीय जनता पार्टी सक्रिय हुई और अपने विधायकों की सूची मुख्यमंत्री को सौंप दी। भारतीय जनता पार्टी ने अपने मंत्रियों के नाम तय करने से पहले दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक की थी, जिसके पश्चात उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद ने कहा था कि मुख्यमंत्री जब भी चाहेंगे तब मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने भी स्पष्ट कर दिया कि उनके स्तर से किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा था, “विधानसभा के बजट सत्र के आरंभ होने से पहले राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा जेडीयू से आठ नेताओं को तथा भारतीय जनता पार्टी से 10 लोगों को मंत्री पद मिल सकते हैं।”
JDU और BJP की ओर से इन्हें बनाया जा सकता है मंत्री
जनता दल यूनाइटेड की ओर से जयंत राज कुशवाहा, जमा खान, सुमित सिंह, श्रवण कुमार, संजय झा, मदन सहनी, सुनील कुमार, लेसी सिंह, बीमा भारती इन सभी को मंत्री पद मिल सकता है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी की ओर से शहनवाज हुसैन, नितिन नवीन, सम्राट चौधरी, संजय सरावगी को मंत्री पद मिल सकता है। जेडीयू के मंत्रियों को गृह, सामान्य प्रशासन, निगरानी, निर्वाचन, ग्रामीण कार्य, संसदीय कार्य, ग्रामीण विकास, जल संसाधन, सूचना तथा जनसंपर्क, ऊर्जा, मध्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन, योजना एवं विकास, खाद्य एवं उपभोक्ता, संरक्षण, शिक्षा, भवन निर्माण समाज कल्याण, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी अल्पसंख्यक कल्याण और परिवहन विभाग दिए जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों को वित्त विभाग,वाणिज्य कर विभाग, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, पंचायती राज्य, स्वास्थ्य विभाग, कला एवं संस्कृति विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, गन्ना उद्योग विभाग, उद्योग विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, विधि पर्यटन श्रम संसाधन, खान एवं भूतत्व और पर्यटन विभाग मिल सकते हैं।