भारत देश में अद्भुत है जहां पर हमें विदेशी ताकतों से भी लड़ना पड़ता है और अपने देश में रहने वाले गद्दारों से भी। विश्व भर में हम एक बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ हमारे ही देश के लोग हमारे देश को घुटनों पर लाने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं। किसान आंदोलन की आड़ में देश में हिंसा की जाती है और उसके बाद सरकार के सामने शर्त रखी जाती है कि सरकार उन आरोपियों के ऊपर किए गए सभी मुकदमों को वापस ले और ट्रैक्टर्स को वापस करें। एक तरफ लोग कहते हैं कि जिन लोगों ने गणतंत्र दिवस पर हिंसा की है उन्हें सजा दी जाए और वहीं दूसरी तरफ कहते हैं कि लोगों को रिहा किया जाए।
किसान आंदोलन पर भारत के गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान आया है। उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा है, “कोई भी प्रॉपेगेंडा देश की एकता को नहीं तोड़ सकता। कोई भी प्रचार भारत को नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने से नहीं रोक सकता है! प्रोपेगेंडा भारत के भाग्य का फैसला नहीं कर सकता है।भारत प्रगति के लिए एकजुट है। “उन्होंने हैशटैग का भी जिक्र किया है! #IndiaAgainstPropaganda
No propaganda can deter India’s unity!
No propaganda can stop India to attain new heights!
Propaganda can not decide India’s fate only ‘Progress’ can.
India stands united and together to achieve progress.#IndiaAgainstPropaganda#IndiaTogether https://t.co/ZJXYzGieCt
— Amit Shah (@AmitShah) February 3, 2021
दरअसल हमारे देश के बाहर के कुछ लोग भी हमारे देश को बदनाम करने के लिए किसान आंदोलन का सहारा ले रहे हैं। और हमारे देश के लोग इस मामले को शान समझ कर खुश हो रहे। इस पूरे मामले पर विदेश मंत्रालय ने कहा था, ‘इस तरह के मामलों पर टिप्पणी करने से पहले हम आग्रह करते हैं कि तथ्यों का पता लगाया जाए और मुद्दों की उचित समझ की जाए… भारत की संसद ने पूर्ण बहस और चर्चा के बाद कृषि क्षेत्र से संबंधित सुधारवादी कानून पारित किए।”