अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने यह साफ कर दिया है कि राष्ट्र के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन को चुनौती देने के लिए जरूरी शक्तियां उनके पास नहीं है। उपराष्ट्रपति पेंस सीनेट की अध्यक्षता करेंगे। डोमेस्टिक पार्टी के जो बाइडेन ने ट्रंप को इलेक्ट्रोल कॉलेज में 232 के मुकाबले 306 मतों से हराया जबकि लोकप्रिय वोटों में से 70 लाख से ज्यादा मतों से हराया है। परंतु इसके बावजूद भी रिपब्लिकन पार्टी के नेता और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हार मानने के लिए तैयार नहीं है। वे बार-बार राष्ट्रपति चुनाव में धांधली होने का दावा कर रहे हैं हालांकि इस मामले को लेकर अभी तक कोई भी ठोस प्रमाण डोनाल्ड ट्रंप की ओर से प्रस्तुत नहीं किया गया है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पेंस ने ट्रंप के साथ साप्ताहिक भोजन के दौरान उन्हें यह बात बताई है। वही ट्रंप ने इस रिपोर्ट को फर्जी बताते हुए यह कहा है कि पेंस ने उन्हें ऐसा कभी कहा ही नहीं। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है, “वे और उपराष्ट्रपति इस बात पर पूरी तरह से सहमत है कि पेंस के पास ऐसा कदम उठाने के लिए शक्तियां हैं।” हम आपको बता दें, डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा था कि उपराष्ट्रपति के पास गलत तरीके से चुने गए मतदाताओं को नकारने की शक्ति है। उधर कुछ सांसदों का मानना है कि तीन प्रांत मिशीगन,नेवादा और विशकाऊंसिंग के चुनाव परिणामों को लेकर आपत्ति आ सकती है।