महाराष्ट्र में हमेशा प्रांतवाद चरम पर रहा है। महाराष्ट्र में राष्ट्रभाषा हिंदी को नहीं अपितु मराठी को ज्यादा बड़ा महत्व दिया जाता है। जो लोग वहां हिंदी भाषी हैं उनके लिए मराठी बोलना वहां के तथाकथित नेताओं की ओर से जरूरी कर दिया गया है। कई बार ऐसी खबरें भी सामने आई हैं जहां पर मराठी भाषा का प्रयोग न करना बहुत सारे लोगों पर भारी भी पड़ा है? चाहे वह कोई दुकान चलाने वाला हो या फिर किसी कंपनी में काम करने वाला। इसी मामले में अब लगातार देश की दो प्रतिष्ठित कंपनियों पर राज ठाकरे की पार्टी के लोग गुंडागर्दी दिखा रहे हैं।
जिसमें ऐमेज़ॉन तथा डोमिनोस कंपनियां शामिल है। कुछ समय पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र में जगह जगह पर पोस्टर लगाए थे जिन पर लिखा था “नो मराठी नों ऐमेज़ॉन”! मनसे कार्यकर्ताओं की इस गुंडागर्दी को देखते हुए अब डोमिनोस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे को एक पत्र सौंपा है जिसमें लिखा है जल्द ही कंपनी की वेबसाइट और ऐप पर मराठी भाषा का ऑप्शन भी दिखाई देगा।
कुछ समय पहले ही महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के लोगों ने स्विगी तथा जोमैटो के कार्यालय में जाकर मारपीट की थी। कुछ सूत्रों के द्वारा यह पता चला है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना अब जल्द ही भारत की मल्टीनेशनल कंपनियों को भी निशाने पर लेने वाली है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना पहले से ही यह बात कहती रही है कि महाराष्ट्र में प्रत्येक दुकान पर मराठी भाषा में ही बोर्ड लगे होने चाहिए लेकिन अब कुछ दिनों से मनसे के कार्यकर्ताओं के द्वारा आक्रामक रुख अपना लिया गया है और लोगों पर गुंडागर्दी दिखाई जा रही है।