आम आदमी पार्टी एक ऐसी पार्टी है जो लगातार अपने कारणों का ठीकरा दूसरी पार्टियों पर फोड़ती रहती है। गौतम गंभीर ने हाल ही के दिनों में ₹1 में भरपेट भोजन देने की योजना को प्रारंभ किया तो इस पर आम आदमी पार्टी के किसी नेता की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। प्रधानमंत्री निधि सम्मान योजना के अंतर्गत भारत सरकार ने दिसंबर से 2020 से 2021 की इंस्टॉलमेंट रिलीज की है। इस इंस्टॉलमेंट को लेकर आम आम आदमी पार्टी भारत सरकार पर हमलावर हो चुकी है। आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता भगवंत मान अब लगातार भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साध रहे हैं। चंडीगढ़ के सेक्टर 39 स्थित सर्किट हाउस में आम आदमी पार्टी के कार्यालय में उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को किसानों के साथ मीटिंग का खेल खेलना खत्म करना चाहिए और काले कानून कृषि बिल को वापस लेना चाहिए।
बहरे कानो को सुनाने के लिये तानाशाह सरकार को जगाने के लिये संसद में प्रधानमंत्री के सामने किसानो के हक़ में हंगामा “किसान विरोधी काला क़ानून वापस लो” अन्नदाताओं को आतंकवादी कहना बंद करो। pic.twitter.com/X8MF2pxnad
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) December 25, 2020
विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि आम आदमी पार्टी को किसानों का हितैषी होने का दावा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी पंजाब, हरियाणा और देश के किसानों के प्रति अदा की है। बाकी सभी राजनीतिक पार्टियों के लोग बयानबाजी कर रहे हैं जिनमें से कुछ जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि अकाली दल के कुछ लोग ट्विटर पर तो सवाल पूछते हैं…प्रधानमंत्री मोदी की आंखों में आंख मिलाकर सवाल करने का मौका मिलता है तो भाग जाते हैं। लेकिन हमारे नेताओं को ज़ब मौका मिला और जब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की आंखों में आंख डालकर सवाल किया तो 56 इंच की छाती वाले पीएम सवालों के जवाब क्यों नहीं दे पाए? उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इन तीनों कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक सरकार की आंखों में आंखें डाल कर सवाल करते रहेंगे। विधायक अमन ने भगत सिंह को याद करते हुए कहा कि ब्रिटिश काल में भगत सिंह ने इसी असेंबली में बम फोड़ा था वैसे ही हम बुलंदी से अपनी आवाज उठाते रहेंगे।